Monday, November 15, 2010

तुतलापन

a) 1 से 2 ग्राम आँवले के चूर्ण में 50 से 250 मि.ग्रा. शंखभस्म मिलाकर
सुबह शाम गाय के घी के साथ देने से तुतलेपन में लाभ होता है।

b) तेजपात (तमालपत्र) को जीभ के नीचे रखने से रूक रूककर बोलने अर्थात्
तुतलेपन में लाभ होता है।

c) सोते समय दाल के दाने के बराबर फिटकरी का टुकड़ा मुँह में रखकर सोयें।
ऐसा नित्य करने से तुतलापन ठीक हो जाता है।

d) दालचीनी चबाने व चूसने से भी तुतलापन में लाभ होता है।

e) दो बार बादाम प्रतिदिन रात को भिगोकर सुबह छील लो। उसमें 2 काली
मिर्च, 1 इलायची मिलाकर, पीसकर 10 ग्राम मक्खन में मिलाकर लें। यह उपाय
कुछ माह तक निरंतर करने से काफी लाभ होता है।


Aarogya Nidhi, Part 2

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