सुबह ५ बजे के बाद जो भी सोया रहता हो उसका भाग्योदय भी सोया रहेता है । सुबह ५ बजे उठ कर .... नहा -धोकर .... भले ६ बजे नहायें ... नहा -धोकर भगवन नाम का जप-पाठ करता है उसका भाग्य चमकता है । इसलिए देर तक सोना नहीं जाहिए । महाभारत ग्रन्थ में लिखा है " सूर्योदय तक कभी भी सोना नहीं चाहिए "। सुबह नहाने के बाद पूर्व अथवा उत्तर की और मुंह कर के अपने कों तिलक जरुर करें ।जो बहेने रोज उत्तर दिशा की और मुहं कर के तिलक करती है ... मा पारवती का स्मरण कर के... उनका सौभाग्य सूरज कभी अस्त नहीं होता । उनके पति की भी लम्बी आयु होती है। शरीर से भले ही भ्राह्मन न हो पर शिखा रखनी चाहिए ।
- श्री सुरेशानंदजी Etah 4/12/2011
No comments:
Post a Comment