Tuesday, January 10, 2012

भाग्य की रेखा बदलने

अपने भाग्य की रेखा बदलनी हो... अपने मन को मधुमय करना हो तो संध्या के समय १० से १५ मिनट ...चाहे सुबह की , शाम की या दोपहर की हो या दो या तीनों समय की संध्या को अर्थिंग मिले ऐसा आसन बीचा कर ओमकार का गुंजन करें .." मेटत कठिन कुअंक भाल के "


Listen Audio


-पूज्य बापूजी मुंबई 31/12/2011


No comments:

Post a Comment