Monday, September 7, 2015

सुखी, स्वस्थ रहने के सरल उपाय

१)     बच्चों को पढ़ा हुआ याद नहीं रहता हैं तो प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें,  ५ – ७ तुलसी के पत्ते खाकर आधा गिलास पानी पियें, जीभ तालू में लगा के पढ़े, कमर सीधी रख के बैठे, बुद्धि व मेधाशक्तिवर्धक प्रयोग आदि करें |

२)     धुप में नंगे सिर नहीं टहलना चाहिए | इससे आँख, नाक, कान व ज्ञानतंतुओं ( स्मरणशक्ति ) आदि की कार्यक्षमता को बहुत नुकसान होता है |

३)     रात को सिर पूर्व या दक्षिण की तरफ करके ही सोना चाहिए अन्यथा सिरदर्द, तनाव, चिंता पीछा नहीं छोड़ेंगे |

४)     घर में लड़ाई – झगड़े ज्यादा होते हो तो ‘हे प्रभु ! आनंददाता.... ‘ प्रार्थना पुरे परिवारसहित एक साथ बैठकर करें |

स्त्रोत – ऋषिप्रसाद – सितम्बर २०१५ से 

अनिद्रा से छुटकारा

१० मिनट विधिवत शवासन करने से या जीभ के अग्रभाग को दाँतो से थोडा दबाकर १० मिनट तक ज्ञान मुद्रा लगा के बैठने से शारीरिक – मानसिक तनाव व अनिद्रा आदि की बीमारी दूर होती है |


स्त्रोत – ऋषिप्रसाद – सितम्बर २०१५ से 

ह्रदयाघात ( हार्ट – अटैक ) का अचूक उपाय

एक चुटकी दालचीनी के चूर्ण को एक कप दूध में समभाग पानी मिलाकर तब तक उबालें, जब तक पानी वाष्पीभूत न हो जाय | फिर मिश्री मिलाकर पी लें, इससे ह्रदयाघात ( हार्ट – अटैक ) से सुरक्षा होगी और नाड़ियों के अवरोध ( ब्लॉकेज ) भी खुल जायेंगे |

स्त्रोत – ऋषिप्रसाद – सितम्बर २०१५ से 

झुलासन

लाभ : १) कमर पतली और सीना चौड़ा होता है |
२) कंधों और भुजाओं में बल बढ़ता है तथा कलाइयाँ मजबूत हो जाती है |
३) ह्दय को बल मिलता है |
४) इसके अभ्यासी को अत्यधिक परिश्रम करने पर भी थकान प्रतीत नहीं होती | उसकी पाचन – क्रिया भी ठीक होने लगती है |
५) इससे अधिक मात्रा में गंदी वायु बाहर निकल जाती है और शरीर के भीतर शुद्ध प्राणवायु भलीभाँति प्रविष्ट होने लगती हैं, जिससे सम्पूर्ण शरीर को अदभुत लाभ होता है |

विधि : आसन बिछाकर पद्मासन में बैठ जायें | दोनों हाथों की हथेलियाँ को जमीन पर रखकर समस्त शरीर को ऊपर उठा लें और झूले  के समान आगे – पिच्छे झूलें |

वैसे यह आसन सभी के लिए उपयोगी हैं परन्तु १६ वर्ष से कम आयुवालों के लिए अत्यधिक उपयोगी है |


स्त्रोत – ऋषिप्रसाद – सितम्बर २०१५ से