Sunday, February 9, 2020

कफ – शमन हेतु विशेष


खाँसी, सर्दी – कफ होने पर अंग्रेजी गोलियाँ लेकर जो कफ मिटाते हैं उनका कफ सूख जाता है | फिर उसके बारीक कण इकट्टे हो जाते हैं, जो नाड़ियों में अवरोध (blockage), ह्रदयाघात (heart attack), ब्रेन ट्यूमर, कमर या शरीर के अन्य किसी भाग का ट्यूमर आदि का कारण बनता है | यह भविष्य में टी. बी., दमा, कैंसर जैसे गम्भीर रोग भी उत्पन्न कर सकता है | सर्दी मिटाने के लिए ली जानेवाली अंग्रेजी गोली भविष्य में भयंकर बीमारियों को जन्म देती है तथा असहनीय पीड़ाएँ पैदा करती है | भूलकर भी बच्चों को इन गोलियों के गुलाम मत बनाओ, न स्वयं बनो |

यौगिक प्रयोग : सूर्यभेदी प्राणायाम

कफ मिटाना हो तो दायें नथुने से श्वास लेकर रोकें और ‘रं... रं... रं... रं...’ इस प्रकार मन में जप करें और ‘कफनाशक अग्नि देवता का प्राकट्य हो रहा है’ ऐसी भावना करें | श्वास ६० से १०० सेकंड तक रोक सकते हैं फिर बायें नथुने से धीरे – धीरे छोड़ दें | यह प्रयोग खाली पेट सुबह – शाम ३ से ५ बार करें | कफ – संबंधी गडबड छू हो जायेगी !  

गजकरणी

सुबह एक से सवा लिटर गुनगुना पानी लो | उसमें १० – १२ ग्राम सेंधा नमक डाल दो | वह पानी पंजों के बल बैठकर पियो और दाहिने हाथ की दो बड़ी उँगलियाँ मुँह में डाल के वमन करो, पानी बाहर निकाल दो | इससे कफ का शमन होता है |

कफशमन हेतु आयुर्वेदिक उपाय

बच्चों को कफ – संबंधी बीमारियाँ ज्यादा होती हैं | साल में तीन बार बच्चों की बीमारियों का मौसम होता है | कफ की समस्या है तो कफ सिरप पिला दो १ – २ दिन, ३ दिन बस, ठीक हो जायेगा बच्चा | डॉक्टर के यहाँ जाना नहीं पड़ेगा | कोई अंग्रेजी दवा की जरूरत नहीं है | तुलसी बीज टेबलेट सुबह – शाम १ – १ गोली दो | एकदम छोटा बच्चा है तो १ – १ गोली और १२ साल से बड़ा है तो २ – २ गोली भी दे सकते हैं |

और एक बहुत अच्छा उपाय है और बिल्कुल कारगर है | १० ग्राम लहसुन और १ ग्राम तुलसी-बीज पीस के ५० ग्राम शहद में डाल दो, चटनी बन गयी | बच्चे को सुबह – शाम ५ – ५ ग्राम थोड़ा – थोड़ा करके चटाओ | ह्रदय भी मजबूत हो जायेगा, कफ भी नष्ट हो जायेगा | ऐसे ही बच्चों के लिए तुलसी टॉफी बनवायी है | उसमें तुलसी के बीज और त्रिकटु (सोंठ, काली मिर्च व पीपर ) डलवाये हैं ताकि कफ शांत हो जाय |

उष्णोदक – पान

एक लीटर पानी को इतना उबालें कि २५० मि.ली. बचे | गुनगुना रहने पर पिलायें | बच्चों को एकदम जादुई फायदा कर देगा | कोई दवा की जरूरत नहीं, कफ सिरप की भी जरूरत नहीं |

विशेष सावधानी : खाँसते हैं तो कफ आता है और फिर कई लोग उसको निकल जाते हैं | कफ आये तो निगलना नहीं चाहिए, नुकसान करता है | जिसको कफ आता हो उसको कुछ दिन तक लस्सी, छाछ, दही, दूध व मिठाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए |

ऋषिप्रसाद – फरवरी २०२० से

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