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Monday, September 10, 2018

बुखार को मिटाने के लिए


बैक्टीरिया या वायरस के कारण होनेवाले अथवा मलेरिया जैसे बुखार को छोडकर बाकी जो बुखार आते हैं, उनका कारण भोजन से बना कच्चा रस (आम) है | आपने जो भोजन किया है उसका रस पूरा पका नहीं और ऊपर से आपने दूसरा भोजन ठाँस लिया तो नाड़ियों में कच्चा रस जाते-जाते अशुद्धि हो गयी इसलिए प्रकृति, वह आद्यशक्ति उन नाड़ियों में तपन देती है, इसीका नाम बुखार है |

अगर इन बुखारों से बचना है तो आप भोजन के पहले ४- ५ ग्राम अदरक को पीस के उसमें जरा-सा नमक और नींबू मिलाकर थोडा खा लीजिये ताकि नाड़ियों का कच्चा रस पक जाय और बार-बार प्रकृति को तुम्हें बुखार की सजा न देनी पड़े | और बुखार में उपवास जो है, बहुत बढिया है |

चरक संहिता में आता है : ‘भगवान विष्णु की सहस्त्र नाम से स्तुति करने से अर्थात विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करने से सब प्रकार के ज्वर नष्ट हो जाते हैं |’  पाठ रोगी स्वयं अथवा उसके कुटुम्बी करें |

(‘श्रीविष्णुसहस्रनामस्तोत्रम’ पुस्तक आश्रम व समिति के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध है |)

-         ऋषिप्रसाद – सितम्बर २०१८ से

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