घर के ईशान कोण में ज्यादा – से – ज्यादा स्थान खुला रहे और उस स्थान पर एक गमले में तुलसी का पौधा लगाकर रखें | तुलसी के गमले के पास मिटटी के कलश में जल भरकर रखें | इस जल को पीने से शरीर में आरोग्य की वृद्धि होती है और मन में पवित्रता, सात्विकता का संचार होता है |
यदि जल को निहारते हुए पूज्य बापूजी द्वारा बताये गये ‘ ॐ नमो नारायणाय |’ मंत्र का २१ बार जप करके फिर इस जल का पान किया जाय तो यह असाध्य रोगों को भी दूर करने में बहुत मदद करता है |
(औषधि-सेवन से पूर्व
भी इस मंत्र का २१ बार जप विशेष लाभदायी है |) जल में १ – २
तुलसी-पत्ते डालकर जल पीना स्मरणशक्ति और सम्पूर्ण स्वास्थ्य की अनोखी युक्ति है |
ऋषिप्रसाद – अप्रैल २०२२ से
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