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Friday, January 7, 2022

इन तिथियों व योगों का लाभ अवश्य लें

 


१७ जनवरी : माघ स्नानारम्भ

२८ जनवरी : षट्तिला एकादशी (स्नान, उबटन, जलपान, भोजन, दान व होम में तिल के उपयोग से पाप-नाश)

३१ जनवरी : सोमवती अमावस्या ( दोपहर २:१९ से १ फरवरी सूर्योदय तक) (तुलसी की १०८ परिक्रमा करने से दरिद्रता नाश)

५ फरवरी : वसंत पंचमी ( इस दिन सारस्वत्य मन्त्र का जप विशेष लाभदायी, अधिक-से-अधिक जप करें |)

७ फरवरी : माघ शुक्ल सप्तमी ( प्रात: पुण्यस्नान व व्रत करके गुरु-पूजन करने से सम्पूर्ण माघ-स्नान के फल व वर्षभर के रविवार व्रत के पुण्य की प्राप्ति तथा सम्पूर्ण पापों का नाश व सुख-सौभाग्य की वृद्धि )

९ फरवरी : बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से सुबह ८:३२ तक)

१२ फरवरी : जया एकादशी (व्रत से ब्रह्महत्यातुल्य पाप व पिशाच्यत्व का नाश)

१३ फरवरी : विष्णुपदी संक्रान्ति (पुण्यकाल :सूर्योदय से दोपहर १२.:५३ तक) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का लाख गुना फल)

१४ फरवरी : मात्रृ – पितृ पूजन दिवस, माघ शुक्ल त्रयोदशी इस दिन से माघी पूर्णिमा (१६ फरवरी) तक प्रात: पुण्यस्नान तथा दान, व्रत आदि पुण्यकर्म करने से सम्पूर्ण माघ-स्नान का फल |)

ऋषिप्रसाद – जनवरी २०२२ से

 

       

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