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Saturday, August 14, 2010

काल सर्प योग

नाग पंचमी (11th Aug 2013) के दिन , जिन को काल सर्प योग है , वे शांति के लिए ये उपाय करे .
पंचमी के दिन पीपल के नीचे, एक दोने में कच्चा दूध रख दीजिये , घी का
दीप जलाए , कच्चा आटा , घी और गुड मिला कर एक छोटा लड्डू बना के रख
दे और ये मन्त्र बोला कर प्रार्थना करें :-

ॐ अनंताय नमः
ॐ वासुकाय नमः
ॐ शंख पालाय नमः
ॐ तक्षकाय नमः
ॐ कर्कोटकाय नमः
ॐ धनंजयाय नमः
ॐ ऐरावताय नमः
ॐ मणि भद्राय नमः
ॐ धृतराष्ट्राय नमः
ॐ कालियाये नमः

काल सर्प योग है तो उस का प्रभाव निकल जाएगा .. तकलीफ दूर होगी
..काल सर्प योग की शांति होगी ...

Kaal Sarp Yog

On the eve of Nag Panchami (11th August 2013), all those who are confounded with Kaal Sarp Yog, can perform the following to bring forth peace in their lives.
On this eve, keep raw milk in a container under a Peepal tree, light a ghee lamp, offer dumplings made of raw flour, ghee and jaggery, and recite the following mantras during prayers:

AUM ANANTAAYA NAMAH
AUM VAASUKAAYA NAMAH
AUM SHANKHA PALAAYA NAMAH
AUM TAKSHAKAAYA NAMAH
AUM KARKOTAKAYA NAMAH
AUM DHANANJAAYA NAMAH
AUM AIRAAVATAAYA NAMAH
AUM MANI BHADRAAYA NAMAH
AUM DRITHARASHTRAAYA NAMAH
AUM KAALIYAAYE NAMAH

Those afflicted with Kaal Sarp Yog will get alleviated from its pangs.... Mind will be at peace.


Shivpur(M. P.) Shri Sureshmaharaj 14 August 2010

Friday, August 13, 2010

बेहोश होने पर( Coma से बहार लाने )

कोई बेहोश हो गया हो तो उसके सिर पर तेल की मालिश करो, पैरों पर तिल का तेल रगड़ो । उस के कानों में "ऐं ऐं" अथवा " " बोलें ।

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Pushkar 9th Aug 2010

नेत्र ज्योति बढाने के लिए

दोनों हाथों के नाखूनों को आपस में रगड़ने से नेत्र ज्योति बदती है ।

Pushkar 9th Aug 2010

Monday, August 9, 2010

विघ्न नाश, रोग नाश एवं कार्य सिद्धि के लिए

गेहूं, चावल , उड़द , मूंग और तिल का आटा गूंधकर, घी डाल के दिया जला दें | हनुमानजी या बरगद या पीपल के पेड़ के नीचे दिया जलाये ।

हनुमानजी के आगे सरसों से ऊपर का दीया जलाये तो रोगों का नाश करने मे मदद मिलेगी |

गणपति जी के प्रतिमा के निकट जलाएंगे तो विघ्न नाश करने में मदद मिलेगी |

पीपल या वट वृक्ष के नीचे हनुमानजी का सुमिरन करके ऊपर युक्त दीया जलाया जाए तो कार्यसिद्धि करने मे मदद मिलेगी |

Sureshanandji -Faridabad

गर्भ की रक्षा

किसी महिला को बार बार गर्भ पात हो जाता हो या बच्चा होने के बाद तुरंत मर जाता हो तो ऐसी महिला डेढ़ – दो महीने तक ऐसा करे :- दोनों टाइम सात्विक भोजन करे, तीखा मिर्च मसाला वाला नहीं खाएरोज सुबह देसी गाय का दूध पिए..ऐसा नहीं की दूध पहले से निकाल के रखा और ग्वाला घर पे ला कर देगा फिर उस महिला ने पिया ऐसा नहीं..वो महिला गौशाला में जाए, साथ में मिश्री का पाउडर तैयार रखेगौशाला में जैसे ही दूध निकाला, तुरंत छाना और मिश्री पाउडर डाल के पी ले, ऐसा डेढ़-दो महीना करे…..रोज भगवान श्रीकृष्ण का ध्यान करे और प्रार्थना करें कि आप ने उत्तरा के गर्भ का रक्षण किया, ऐसे मेरे भी गर्भ की रक्षा करे.. गाय का ताज़ा दूध बिना गरम किया हुआ पीना- ये सर्वोत्तम उपाय है।

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Sureshanandji Jodhpur 6th Aug. 2010

किस महीने में क्या नहीं खाना

सावन में साग नहीं ।
भादो में दही-छाछ नहीं ।
आश्विन में दूध नहीं ।
कार्तिक में दालें नहीं ।

Jodhpur 5th Aug. 2010

Thursday, August 5, 2010

कमज़ोर बच्चों के लिए

अगर कमज़ोर बच्चे हैं, तो पपीते के बीज छाया में सूखा दो और कूट के पाउडर बना दो- पपीते के बीज का पाउडर और आधा चम्मच नीम का रस, बच्चे को दिन तक पिलाओपेट में कृमि या और कोई तकलीफ है, वो दूर होगी

CD-Naujavan Bharat ki Shan