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Friday, July 27, 2012

वर्षा ऋतु की विशेष : -

अभी वर्षा ऋतु है | इसे शास्‍त्रीय भाषा में आदानकाल बोलते है | जठराग्नि दुर्बल होती है | वायु, गैस की तकलीफें उभरती है | पित्त संचित होता है | अगर सावधान नहीं रहें तो पित्त व वात मिलकर हार्ट अटैक बना सकता है | इस आदानकाल में कब्जियत न रहे इसका ध्‍यान रखना चाहिए |

करने योग्य

  • १) पेट साफ़ रहे इसके लिए हरड़ रसायन २ -२ गोली खाना | हरड रसायन , रसायन से बना हुआ टोनिक है दिनभर खाया हुआ टोनिक बन जायेगा |
  • २) शुद्ध वातावरण व शुद्ध जल का सेवन करना |
  • ३) मधुर भोजन, चिकनाईवाला, शरीर को बल देनेवाला भोजन करना चाहिये और दोपहर के भोजन में नींबू, अदरक, सैंधा नमक, लौकी, मैथी, खीरा, तुरई आदि खाने चाहिए |
  • ४) वर्षाऋतु में पानी गरम करके पीयें अथवा तो पानी की शुद्धता का ध्यान रखे |
  • ५) वायुप्रकोप से जोडों मे दर्द बनने की संभावना है और बुढ़ापे में लकवा मारने की संभावना बढ़ जाती है | भोजन में लहसुन की छौंक लकवे से फाईट करता है |
  • ६) चर्मरोग, रक्तविकार आदि बिमारियों की इस ऋतु में संभावना बढ़ जाती है | नींबू, अदरक, गाजर, खीरा स्वास्थ्‍यप्रद रहेगा |
  • ७) सूर्यकिरण स्नान सभी ऋतुओं में स्वास्थ्‍य के लिए हितकारक है |
  • ८) अश्विनी मुद्रा- श्वांस रोककर योनि संकोच लेना और मन में भगवान का जप करना इस सीज़न की बि‍मारि‍यों को भगाने की एक सुंदर युक्ति है |

न करने योग्य

  • १) गरम, तले हुए, रूखे, बासी, डबल रोटी, आटा लगा हुआ बिस्किट आदि स्वास्थ के लिए इस सीज़न में हितकर नहीं है । फास्ट फ़ूड से बचना चाहिए |
  • २) देर रात बारिश के सीज़न में न जागें |
  • ३) अधिक श्रम, अधिक व्यायाम न करें |
  • ४) खुले आकाश में सोना खतरे से खाली नहीं है ।
  • ५) ज्यादा देर तक शरीर भीगा हुआ न रखें | सिर गिला हो तो तुरंत पौंछ लें।
  • ६) भीगे शरीर न सोयें और रात्रि को स्नान न करें | मासिक धर्म आये तो तुरंत स्नान करके सूखे कपडे से अपने को पौंछ लें |

Rainy season special :-

This is rainy season now. In our scriptures, it is termed as Adaankaal. Digestive power remains weak. Windage related problems are on the rise. Pitta starts accumulating in the body. If proper care is not taken, Pitta and Vaat can come together to cause heart attack. One must also take care to avoid constipation during this period.

Things to do:
1. To keep the stomach clear, consume 2--2 tablets of Harad Rasayan. This converts food consumed during the entire day into tonic.
2. Live in clear atmosphere and drink clean water at all times.
3. Should consume sweet foods, food with oil content, and ones which rejuvenate the body. In the afternoon meals, it is advised to take lemon, ginger, rock salt, bottle gourd, methi, cucumber, turai, etc.
4. In rainy season, either drink luke warm water or ensure proper cleanliness of drinking water .
5. Due to impact of Vayu(air) in the body, joint pain is a possibility and also increases the risk of paralysis in old age. Consuming fried garlic in meals helps fight against paralysis.
6. Chances of skin diseases, blood disorders, etc. increase during this season. Lemon, ginger, carrots, cucumber etc. are considered very healthy to avoid this.
7. Sun bathing is considered highly beneficial to health in all seasons.
8. Ashwini Mudra - Stop your breath and draw your reproductive region and then do japa of God's name in your mind. This is a beautiful technique to drive away all ailments of this season.

Things to avoid:
1. Hot, deep fired, dry, stale, double roti, biscuits coated with flour, etc. are not healthy for this season. Must also abstain from fast foods.
2. Should not stay awake late in the night in this season.
3. Avoid excessive exercising or work outs.
4. Sleeping under the open sky can be very dangerous.
5. Do not remain on a wet body in this season. If head becomes wet, wipe it out quickly.
6. Do not sleep with wet clothes and never take bath at night. During menstrual cycles, wipe your body straightaway with a dry piece of cloth after bath.

Listen Audio

- Pujya Bapuji Delhi 30th June'2012

Thursday, July 26, 2012

गुर्दे की बीमारी से रक्षा

भोजन के बाद तुरंत मूत्र-त्याग करने से गुर्दे, कमर और जिगर के रोग नही होते | गठिया आदि अनेक बिमारियों से बचाव होता है |

Preventing Kidney related ailments :-

Going for urination just after the meals helps keep the kidneys. waist and liver related ailments away. Rheumatoid or arthritis and other diseases can be kept at bay.

- Rishi Prasad July 2012

नयी मूल्यवान वस्तु शुरू करने से पहले

किसी भी नयी मूल्यवान वस्तु का उपयोग शुरू करने से पहले हल्दी को गंगाजल में मिलाकर उस पर छींटें देने से वह वस्तु अधिक समय तक चलती है |

Before using any new valuable item :-

Before using any new and valuable item, sprinkle it with turmeric powder mixed in water from river Ganga. In this way, that article will last longer.

- Rishi Prasad July 2012

सुख-समृद्धि की सदैव वृद्धि हेतु

घर के मध्य में तुलसी का पौधा होने से घर में प्रेम के साथ-साथ सुख-समृद्धि की भी सदैव वृद्धि होती रहती है |

For ever increasing prosperity and happiness :-

Having a basil (Tulsi) plant in the middle of the home not only increases affection, but also leads to ever growing prosperity and happiness.


- ऋषि प्रसाद July 2012


Wednesday, July 25, 2012

अदरक व पुदिनायुक्त आँवला शरबत

अदरक व पुदिनायुक्त आँवला शरबत

लाभ :इसके नियमित सेवन से यकृत (लीवर) एवं आँतो की कार्यक्षमता बढकर अन्न का पाचन ठीक से होता है | यह भूख को बढता है और वायु का अनुमोलन करता है | अत: अरुचि (Anorexia), अम्लपित्त (Acidity ), पेट फूलना (Gas ), कब्ज (Constipation), कृमिरोग आदि पेट के अनेक रोगों में लाभदायी है | इसके अतिरिक्त हृदय, मस्तिष्क एवं बालों के लिए भी हितकर है |

शरीर पुष्ट एवं बलवान बनता है और चेहरे की कांती बढती है | यह रोगप्रतिकारक शक्ती बढाकर ऋतु – परिवर्तनजन्य रोगों से रक्षा करता है | इसके सेवन से दिनभर शरीर में उत्साह, प्रसन्नता एवं स्फूर्ती बनी रहती है |

सेवन – विधी : २० – ३० मि. ली. शरबत पानी में मिलाकर ले |

AMLA SHERBAT with mint and ginger :-

Benefits: Regular use of Amla sherbet improves the functioning of liver and intestines, and helps in proper digestion of food. It is an appetizer. It helps in expulsion of the gas. It helps in many abdominal disorders like anorexia, hyper acidity, gas trouble, ipation, worm infection etc. Moreover it is good for heart, brain and the hair also. It makes the body strong and face lustrous. It increases immunity and thereby protects against diseases caused by change of season. It gives keeps one spirited, cheerful and active throughout the day.

Consumption :- Take 20-30 ml of Amla sherbat mixed with water.

- Rishi Prasad July 2012