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Thursday, July 12, 2012

नीम्बू से स्वास्थ्य-लाभ

नीम्बू उत्तम पित्तशामक, वातानुलोमक, जठराग्निवर्धक व आमपाचक है! यह अम्लरसयुक्त (खट्टा) होने पर भी पेट में जाने के बाद मधुर हो जाता है! मन्दाग्नि, अजीर्ण, उदरवायु, पेट में दर्द, उल्टी, कब्ज, हैजा आदि पेट के रोगों में यह औषधवत काम करता है! ह्रदय, रक्तवाहिनियो, व यकृत (लीवर) की शुद्धि करता है! इसमें पर्याप्त मात्रा में स्थित विटामिन ‘सीरोगप्रतिकारक शक्ति बढाता है! यह जन्तुनाशक भी है! प्रातः खाली पेट नीम्बू का रस पानी में मिलाकर पीने से आंतों में संचित विषैले पदार्थ नष्ट हो जाते हैं तथा रक्त शुद्ध होने से सम्पूर्ण शरीर की ही सफाई हो जाती है, मांशपेशियों को नया बल मिलता है! इससे शरीर में स्फूर्ति व ताजगी आती है!

Lemon or lime is an excellent Pitta and Vata alleviator. It tones up the appetite and helps in digestion of ama (toxins).Even though sour in taste, it loses its sourness after going in to the body. It is a good cure for disease like loss of appetite, indigestion, flatulence, stomach-ache, vomiting, constipation and cholera etc. It cleanses the heart arteries and the liver. It has abundant quantity of Vitamin C, which strengthens immunity. It is a vermicide as well. Taking water mixed with lemon juice on an empty stomach in the morning destroys the toxic substances in the body and strengthens the muscles. The whole body gets cleansed and filled with agility and freshness as blood is purified.

- Rishi Prasad May' 2012


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