जिसको अपनी भक्ति बढानी है .... भगवद्गीता का १२वाँ अध्याय पढ़के, भगवद्गीता हाथ में ही रखकर भगवान को प्रार्थना करे: "हे भगवान! भगवद्गीता का १२वाँ अध्याय भक्तियोग नामक अध्याय है। जिसका मैंने आज पाठ किया है। ऐसी कृपा करना प्रभु कि मेरी भक्ति बढ़ जाये। बस मेरी भक्ति बढ़ जाये दाता !! " दिल से प्रार्थना करोगे न तो सचमुच भगवान के वचन गीता में हैं। और १२वें अध्याय को भक्तियोग नामक अध्याय कहते हैं। वो पाठ करके प्रार्थना की तो भगवान की, गुरु की कृपा क्यों नहीं बरसेगी!! भक्ति बढ़ेगी और वो ही भक्ति सब सुखों की खान है।
To increase devotion :-
People interested in increasing the devotion should read the 12th chapter of Bhagwad Gita. Hold the Bhagwad Gita in your hand and pray to the lord that "O Lord! The 12th chapter is that of Bhakti yog that which I have read today. Please let my devotion grow. That is the only thing that I want" Pray with full devoted heart. Do this and the devotion towards the Lord and Guru will definitely grow immensely. The Faith and Devotion will lead to all happiness that you desire
- श्री सुरेशानंदजी, रायपुर, 24 जून 2012
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