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Tuesday, December 29, 2009

प्रसूति के लिए

गर्भवती महिला, जब ९वां महीना हो जाये तो बादाम रोगन ८-१० ग्राम दूध में डालकर पी ले l प्रसूति की पीड़ा या प्रसूति की तकलीफें इतनी ज्यादा नहीं होंगी और प्रसूति आराम से होगी l

Surat 26th Dec. 09

Saturday, December 19, 2009

हाथों की शक्ति जगाने के लिए

" मम आरोग्य शक्ति जाग्रय जाग्रय" ऐसा जपते हुए हथेलियों को आपस में रगड़ें और शरीर के जिस हिस्से में परेशानी हो, वहां हथेलियों को रखें l


Pujya Bapuji Satsang

Tuesday, December 15, 2009

विघ्न-बाधा में

आदित्य ह्रदय स्तोत्र http://hariomgroup.net/hariombooks/paath/adityahruday_stotra.pdf भगवान रामजी को अगस्त्य मुनि ने दिया था l आदित्य ह्रदय स्तोत्र ३ बार जपने से विघ्न-बाधा व आरोप लगाने वालों को सफलता नहीं मिलती l

11th Dec. 2009

Wednesday, November 25, 2009

खांसी

आधा चम्मच तुलसी का रस और उतना ही अदरक का रस मिलाकर लेने से लाभ होता है l

Rishi Prasad - Nov. 2009


अस्थिरोग

जिनकी अस्थियाँ जकड गयी हो, टूट गयी हों, टेडी-मेढ़ी हो गयी हों अथवा जिनकी अस्थियों में पीड़ा होती हो, उनके लिए शीत ऋतू में लहसुन का उचित मात्रा में सेवन बहुत लाभदायी है l लहसुन के छिलके उतारकर रात को खट्टी छाछ में बिघोकर रखें l सुबह धोके पीसकर रस निकालें l १ से ४ ग्राम रस में उतना ही तिल का तेल अथवा घी मिलाकर पियें l आहार सात्विक, सुपाच्य लें l

सावधानी : लहसुन तामसी होने के कारण रुग्णावस्था में भी इसका सेवन औषधवत करना चाहिए l

Rishi Prasad - Nov. 2009

दीर्घायु के लिए

२ ग्राम सौंठ में पानी मिलाकर रात को लोहे की कड़ाही के अंदर लेप करें l प्रातः काल वह सौंठ दूंध में मिलाकर पीने से दीर्घायुश की प्राप्ति होती है l

Rishi Prasad - Nov. 2009

Thursday, November 19, 2009

खांसी में

अब जाड़ों के दिन हैं, सर्दी की शिकायत होगी, खांसी व कफ की शिकायत होगी l दायें नथुने से श्वास लिया और रोका l एक से सवा मिनट श्वास रोका और मन में जप करो "नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमंत बीरा" l फिर बायें नथुने से श्वास निकाल दो l जिसको सर्दी है तो ४ से ५ बार करें, ज्यादा नहीं l लेकिन सूखी खांसी हो तो वे लोग ये प्राणायाम ना करें l सूखी खांसी में घी के मालपुए बनाकर दूध में डूबा दो l २ घंटे तक डूब जाएँ, फिर वो मालपुए खा लो l सूखी खांसी में आराम होगा l

Ullasnagar – 8th Nov. 2009

Saturday, November 14, 2009

भूत-प्रेत भागने के लिए

भूत-पिशाच जहाँ रहते हैं, वहां गाय खड़ी कर दो, गाय की सुगंध से भूत अपने आप भागेंगे l किसी के घर में भूत-प्रेत का वास हो, तो गाय का गोबर अथवा गाय का झरण छिटका करो l गाय का कंडा जलाओ, उस पे थोड़ा गाय का घी डाल दो, अपने आप भागेंगे, भागना नहीं पड़ेगा l अगर किसी व्यक्ति के अंदर भूत घुसे हैं तो उसे उसी धूप वाले कमरे में बिठाओ, भाग जायेंगे l

Ghaziabad – 4th Nov. 2009

Friday, November 13, 2009

रेशमी बालों के लिए

बालों को रेशम जैसा करना है तो गौझरण अर्क से बाल ज़रा गीले कर लें और आधा या एक घंटे बाद नहा लो l जुएँ सदा के लिए गायब और बाल रेशम जैसे होंगे l अगर बाल और रेशम जैसे करने हैं तो गौझरण अर्क में गिलोय, थोड़ी से मिलाकर बालों को लगा दें l फिर थोड़ी देर के बाद भले स्नान कर लें, बाल रेशम जैसे होंगे l

Ghaziabad – 3rd Nov. 2009

वायु की तकलीफ में

वायु की तकलीफ है, जोडों का दर्द है तो १०-१५ तुलसी के पत्ते, १-२ काली मिर्च, १०-१५ ग्राम गाय का घी मिलाकर खाया करें l वायु सम्बन्धी बीमारियों में आराम होगा l

Ghaziabad – 2nd Nov. 2009

सुन्दर संतान प्राप्ति के लिए

गर्भवती महिला हो, वो भोजन के बाद सौंफ चबा-चबा कर खाए, तो उसको गोरी व सुन्दर संतान प्राप्त होगी l

Ghaziabad – 2nd Nov. 2009

पेट में कृमि

बच्चों को पेट में कृमि (कीडों) की शंका हो तो तुलसी व पुदीना के १०-१० पत्ते, गुड़ में मिलाकर दो l पेट के कीडों से बच्चे की रक्षा हो जायेगी l ऐसा २-४ महीने करें l

Ghaziabad – 2nd Nov. 2009

बुढ़ापा दूर करने के लिए

आंवले का रस, गाय का घी, शहद व मिश्री चारों समभाग १५-१५ ग्राम लेकर मिला लो l बुढ़ापा दूर करने के लिए ये रसायन है l इसे सुबह खाली पेट लो तथा उसके बाद २ घंटे तक कुछ ना लो, तो ये रसायन आपके शरीर में स्थायी यौवन का काम करेगा और बुढ़ापा दूर रहेगा l लेकिन जिन्हें diabities है, वे ये प्रयोग ना करें, वे पहले करेले वाला प्रयोग करें http://successful-life-tips.blogspot.com/2009/07/diabetes.html, फिर diabities मिटने के बाद ये प्रयोग करें l

Ghaziabad – 2nd Nov. 2009

सौन्दर्य निखार

तुलसी के पत्तों का रस चेहरे पर लगाने से सौंदर्य निखरता है l

Ghaziabad – 2nd Nov. 2009

Wednesday, November 11, 2009

पेट सम्बन्धी तकलीफों में

नींबू के रस में सौंफ भिगो दें और जितना नींबू का रस, सौंफ पी ले ...पी ले l फिर सौंफ में थोड़ा काला नमक या संत कृपा चूर्ण मिलाकर तवे में सेंक कर रख दो l ये लेने से पेट का भारीपन, बदहाजमा दूर होगा और भूख खुलकर लगेगी l कब्ज़ की तकलीफ भी ठीक हो जायेगी l

Baroda – 31st Oct. 2009

ह्रदय बलवान बनाने :-

पीपल की कोमल पत्तियों का रस १० ग्राम और थोड़ी मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पियो l ह्रदय बलवान होगा, कितना भी Heart Attack का भय हो अथवा मस्तिस्क की कमजोरी हो, अपने आप ठीक हो जायेगा l मूर्छा आती हो, मिर्गी आती हो, उन्माद चड़ता हो, जुकाम और नजले की तकलीफ हो ......... बस ! ये अक्सीर इलाज है l

For Strengthening Heart
:-

Consuming around 10 grams extract from the tender leaves of Peepal tree and little rock sugar everyday in the morning and evening helps strengthen the heart. If someone had fear of heart attack or has weakness in the head, they get cured automatically. For all those who have problem of fainting, are epileptic, hyperactive, or suffering from common cold or coryza, this is a universal solution!

Baroda – 31st Oct. 2009

त्वचा का रंग निखारने के लिए

अगर किसी को त्वचा का रंग निखारना हो तो हल्दी व मक्खन अथवा हल्दी व सरसों का तेल मिलाकर, जहाँ काली त्वचा हो, वहां लगाकर सो जाओ और अगले दिन गुनगुने पानी से धो लो, रंग निखरेगा l

Baroda – 31st Oct. 2009

अथर्व मंत्र विधि

कोई भी रोग हो, कोई भी परेशानी हो "ॐ अच्युताय नमः, ॐ गोविन्दाय नमः, ॐ अनंताय नमः नामभेशजात" (अच्युताय नमः - जो कभी चुय्त नहीं होते, गोविन्दाय नमः - जिनकी सत्ता से इन्द्रियाँ विचरण करती हैं, अनंताय नमः- जिसकी सत्ता से शक्ति, सामर्थ्य व कृपा का कोई अंत नहीं) इस मंत्र से अभिमंत्रित करके गंगा जल या तुलसी के पत्ते खाएं या दूसरों को दें तो रोगों व नीच विचारों में गिरने से बचता है l इसे बोलते हैं, अथर्व मंत्र विधि ........... ऐसा रोज़ सुमिरन करें l 

Atharva Mantra procedure

Whenever you are plagued by any disease or problems, recite "AUM ACHYUTAAYA NAMAH, AUM GOVINDAAYA NAMAH, AUM ANANTAAYA NAMAH   NAAMABHESHAJAAT".
(ACHYUTAAYA NAMAH: One that cannot be severed, GOVINDAAYA NAMAH: One that controls the motion of our senses, ANANTAAYA NAMAH: One whose power and potential is boundless) . After charging Ganga water or Basil leaves with this mantra, take it or offer it to someone so that he gets protected from diseases or falling for baser desires. This procedure is known as .... Atharva Mantra Vidhi. One should do this everyday, if possible.  

 
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Baroda – 1st Nov. 2009

Tuesday, November 10, 2009

प्रार्थना का तरीका

असफलता की पीड़ा से पीड़ित होकर जब हम शांत होते हैं तो फिर विधान हमें सामर्थ्य, सत्बुद्धि और सत्प्रेरणा देता है l जब आप थक जाओ तो एकांत में बैठकर प्रार्थना करके थोड़ा शांत हो जाओ l कैसी भी समस्याएं व दुःख, प्रार्थना करके शांत होने की पद्धति आपके हाथ आ गयी तो 8 वी, नहीं तो 9 वी प्रार्थना में तो तुम्हारी आवाज़ परम सत्ता तक पहुँच जाती है और आपको मदद मिलती ही है, बिलकुल पक्की बात है l
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Baroda – 30th Oct. 2009




"मेटत कठिन कुअंक भाल के"

अगर ३ रात्रियाँ उपवास करके, नीच कर्मो से अत्यंत उपराम होकर मौनी जैसा मन बनाकर, ३ रात्रि "ओंकार" का जप करें, तो दारिद्र्य दोष- धन का तो निवृत होता है, मति और गति की दरिद्रता भी शमन हो जाती है l "मेटत कठिन कुअंक भाल के" l भाग्य के कुअंक मिटाए जा सकते हैं l

Baroda – 31st Oct. 2009

वर्षा स्नान

बारिश के पानी में स्नान करने से बुदापे में लकवा, संधिवात (जोडों का दर्द) आदि की तकलीफें आती हैं l लेकिन धूप निकलती हो, उस समय वर्षा में स्नान करना अमृत स्नान माना गया है l

धारणा शक्ति बढ़ाने हेतु

मुलेठी का २ ग्राम चूर्ण, गाय के दूध में मिलाकर रोज़ पीने से धारणा शक्ति बढ़ेगी l

Baroda – 1st Nov. 2009

खोयी हुई आध्यात्मिक शक्ति पुनः प्राप्त करने के लिए

अगर आपने किसी कारण से आध्यात्मिक शक्ति खो दी है तो आसन पर बैठकर ह्रदय में अनाहत चक्र का ध्यान करें l ऋषि विश्वामित्र जी को भी इसी प्रयोग से खोई हुई शक्ति पुनः प्राप्त हुई थी l

Baroda – 1st Nov. 2009

आंवला प्रयोग

१०-२० मि.ग्रा. आंवले का रस कद्दूकस करके या मिक्सी में डालकर निकाल लें या २ किलो आंवले धोकर कुक्कर में डाल दो l पानी नहीं डालना है (१ घूँट डाल सकते हैं ) और धीमी आंच पर रख दें l आधी सीटी लगने पर उतार लें l फिर उसके बीज निकाल कर मावा बना दिया (घी में भी सेंक सकते है) l वो मावा फ्रिज में रख दिया l २० ग्राम रस बने, उतना मावा लेकर उसमे २ ग्राम अश्वगंधा चूर्ण मिला दो और सुबह खाली पेट लो और २ घंटे तक कुछ ना खाओ l गजब का वीर्यवान शरीर बनेगा l धातु क्षय व धातु दुर्बलता में बहुत फायदा होगा l इस मावे में राई का बघार देकर, धनिया, पुदीना आदि मिलाकर चटनी भी बना सकते हैं और भोजन के समय ले सकते हैं l

Baroda – 1st Nov. 2009

Thursday, November 5, 2009

आरती के दीये

आरती करने में सम संख्या में दीये जलाते हैं तो फायदा नहीं होता l जैसे ४ दीये, ६ दीये, ८ दीये जलाओ तो फायदा नहीं होता l एकम दीये जलाओ (विषम संख्या में) १-३-५-७-९-११ जलाओ तो उससे विशेष फायदा होता है l ये दीप विज्ञान का, भक्ति विज्ञान का बड़ा सूक्ष्म सिद्धांत है l

Bodeli - 29th Oct. 2009

Wednesday, October 28, 2009

कार्तिक मास में स्नान की महिमा

परम पूज्य गुरुदेव ने सत्संग में बताया है कि कार्तिक मास में सूर्योदय से पहले स्नान करने की बड़ी भारी महिमा है और ये स्नान तीर्थ स्नान के समान होता है l साथ ही अगर कोई व्यक्ति, कार्तिक के पूरे महीने ये पुण्य स्नान ना कर सके, तो कार्तिक मास के आखिरी तीन दिन (त्रियोदशी, चतुर्दशी और पूनम) को भी अगर सूर्योदय से पूर्व स्नान करता है, तो उसे पूरे मास के पुण्य स्नान का फल होता हैl

इस वर्ष कार्तिक मास :- 30th Oct' 2012 to 28th Nov' 2012
कार्तिक मासके आखिरी तीन दिन हैं : 26th Nov' 2012, 27th Nov' 2012 and 28th Nov' 2012



Vadodara – Nov. 2007


Saturday, October 24, 2009

कुत्ता, बिल्ली व मुर्गा ना पालें

महाभारत में लिखा है.....टूटे फूटे बर्तनों में कलह का व कलियुग का वास होता है l कुत्ता, बिल्ली या मुर्गा जिस घर में रहते हैं, वहां का देवत्व चला जाता है l उस घर के लोग ज़रा ज़रा बात में खिन्न होते हैं...अशांत होते हैं l उनकी बुद्धि मारी जाती है.....उनकी बुद्धि के निर्णय गलत होते हैं l वे लोग शुभ को अशुभ मानते हैं और बुरे को अच्छा मानते हैं l कुत्ते और बिल्ली के पैरो की धूलि घर में न आये
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Ahemdabaad - 18th Oct. 2009

वर्ष भर निरोग रहने के लिए

वर्ष के प्रथम दिन आसोपाल (अशोक के पेड़ के पत्ते) के और नीम के पत्तों का तोरण लगायें और वहां से गुजरें तो वर्षभर खुशहाली और निरोगता रहेगी l

Ahemdabaad - 18th Oct. 2009

Wednesday, October 21, 2009

सभी बीमारियों में तुलसी प्रयोग

बड़े लोगों के लिए २५ से १०० तुलसी के पान और छोटों के लिए ५ से २५ तुलसी के पान, उसका रस निकाला, फिर गुड़ अथवा शहद मिला दें और सुबह खाली पेट ले लो l २ से २ १/२ घंटे तक दूसरा कुछ ना लो l ऐसा २-३ महीने करो l तुम्हारे शरीर को जैसे गोदाम में बिल्ली भर दिया, तो चूहों को खोज - खोज के उनका सफाया करती है, ऐसे ही शरीर की, मन की, मति की, गति की जो बीमारियाँ हैं, उन्हें खोज-खोज के ये तुलसी का प्रयोग निकाल देगा l
अगर और बढ़िया स्वास्थ्य लेना हो तो दही ३.५ से ४ घंटे में दही जम जायेगी, इस बोलते हैं मीठी दही (खटास रहित दही) फिर दोपहर को और शाम को, दिन में ३ बार और भी ले सकते हैं l २५ से १०० तुलसी के पान का रस.......... कैसा भी भयंकर केन्सर हो भाग जायेगा l 

Use Basil for numerous ailments

Take extract from 25 to 100 Basil (Tulsi) leaves for adults, about 5 to 25 leaves for children and take it in the morning on an empty stomach with jaggery or honey. Do not take any meals for another two and half hours. Do this consistently for 2-3 months. Just as releasing cats in a warehouse is sufficient to seek out and kill every little rat, similarly this practice seeks out and cures ailments that inhibit the proper functionality of your body, mind, mentality and vigour.

To make this more effective, set up fresh curd which has been fermented in the last 3.5 to 4 hours. This is also known as sweet curd. This can then also be consumed in the afternoon and evening along with extract of 25 to 100 basil leaves. This has the potent power to cure any level of cancer.

Ahemdabaad - 19th Oct. 2009

अश्विनी मुद्रा(थलबस्ती)



बिस्तर से उतरें, नीचे धरती पर चटाई-कम्बल आदि बिछा दिया l पूर्व की तरफ सिर कर दिया l श्वास बाहर फेंक दिए, पेट को अन्दर-बाहर २-५ बार किया l योनी को संकोचन-विस्तरण २५ बार करो l फिर श्वास ले लो l फिर श्वास बाहर फेंको और शौच जाने की जगह को, जैसे घोड़ा लीद छोड़ता है, संकोचन-विस्तरण करता है, ऐसे करो l ऐसे ४ श्वास लेकर करो तो १०० बार हो जायेगा l इसे बोलते हैं अश्विनी मुद्रा जो की त्रिदोषनाशक है l बवासीर और कब्ज़ में अदभुद लाभ होता है l स्वप्नदोष आदि में भी फायदा करता है l इससे बुद्धि में इजाफा होगा l कर्तित्व में आप सक्रिय हो जायेंगे l आपका मूलाधार केंद्र प्रभावशाली होगा l स्वाधिष्ठान केंद्र विकसित होगा l कुण्डलिनी जागरण में मदद मिलेगी l ध्यान भजन में बरकत होगी l


दाढ़ी (ठोडी) के बीच में जो खड्डा है, उसे दबाने पर भी कब्ज़ में फायदा होगा l




Baroda – 1st Nov. 2009

जीवन से शुष्कता मिटाने के लिए व ख़ुशी लाने के लिए

तृप्ति प्राणायाम - इसकी खोज महर्षि च्यवन ने की है

पहले दायें बायें से श्वास लिया छोड़ा 10 बार (अनुलोम विलोम); बाद में दोनो नथूनों से शुद्ध हवामान में श्वास भरा; और गुरु मंत्र एक बार जपा और आनंद आनंद चिंतन किया और फूँक मार के अशांति, अतृप्ति को बाहर फेंक दिया; पूरा श्वास भरा और एक दो बार गुरु मंत्र जपा और श्वास मुँह से निकाल दिया, 50-100 बार ऐसा करो; आपके जीवन में उसी समय तृप्ति प्रसन्नता होने लगेगी ।
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Ahemdabaad - 19th Oct. 2009

शारीरिक कमजोरी, बल वृद्धि व अन्य रोगों में

1. 10 ग्राम काले तिल चबा लो, और ठंडा पानी पियो; 2 घंटे तक कुछ खाओ पियो नहीं l इससे शरीर के कमजोरी मिटकर शरीर मजबूत होगा l दांत व मसूड़े मज़बूत होंगे, मस्तक मज़बूत होगा

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2.चना, मूँग, मोठ यह सब मिलाकर एक कटोरी, एक मुट्ठी भर मूँगफली व एक चम्मच तिल (काले हों तो उत्तम) रात भर पानी में भिगोकर रखें। सुबह नमक मिलाकर भाप लें, उबाल लें। इसमें हरा धनिया, पालक व पत्तागोभी काटकर तथा चुकंदर, मूली एवं गाजर कद्दूकश करके मिला दें। ऊपर से काली मिर्च बुरककर नींबू निचोड़ दें। चार व्यक्तियों के लिए नाश्ता तैयार है। इसे खूब चबा-चबाकर खायें। यह नाश्ता सभी प्रकार खनिज-द्रव्यों, प्रोटीन्स, विटामिन्स व आवश्यक कैलरीज की पूर्ति करता है। जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है व जिनकी पाचनशक्ति कमजोर है, उनको नाश्ता नहीं करना चाहिए।


दोपहर के भोजन के बाद एक या दो पके केले खायें, बच्चे मजबूत होंगे l Height बढ़ेगी ।


नोट: केले खाने के बाद, केले के छिलके पर जो गिरी होती हैं (सफ़ेद) उसे खाने से केला हज़म होता है ।

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3. लोहे के बर्तन में पानी गरम करो, फिर पीने लायक हो वो पिया करो; इस से haemoglobin बढ़ेगा; दूध भी उसी में उबालो, दाल भी उसी में बनाओ; इस से भी खून बनेगा;

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4. दो छुआरे (एक व्यक्ति के लिए) धो के, बीज निकाल के, दूध में डाल दो l दूध में पानी डालो l धीमी आँच पर दूध उबालें l धीमी आँच में वो छुआरे उबलेंगे l
हेमंत ऋतु: 23 अक्टूबर - 20 दिसम्बर तक है; इन दिनों शरीर को बनाने वाले भोजन करना चाहिए l
200 ग्राम दूध है (छुआरे वाला),

उसमें अगर 200 ग्राम पानी डालो तो वो दूध पित्त-नाशक हो जाएगा;
उसमें अगर 100 ग्राम पानी डालते हो तो वायु नाशक हो जाएगा;
उसमें अगर 300 ग्राम पानी डालते हो तो कफ नाशक बन जाएगा;

धीमी आँच पर छुआरे वाला दूध आप उबालो; वो छुआरे खा लो और दूध पी लो l

आपके चेहरे पर सौन्दर्य, कांति, वीर्य की पुष्टि, हृदय और फेफड़े का बल, और महिलाएँ पियें तो अनियमित मासिक धर्म की गड़बड़ी दूर होगी और भाई पियें तो स्वप्न दोष, रक्तचाप (ब्लड प्रेशर), कमर का दर्द, मनकों की गड़बड़, मनकों की गैप, कब्जियत आदि की शिकायत दूर हो जाएगी, बाल घने और लंबे होने लगेंगे l अगर रात को ऐसा दूध पीते हो तो स्वर सुरीला होगा और रात्रि को कुछ बच्चे बिस्तर बिस्तर गीला कर देते हैं - ऐसे बच्चे या ऐसे लोगों के लिए भी यह छुआरे वाला दूध आशीर्वाद रूप हो जाएगा l




Ahemdabaad - 19th Oct. 2009

ग़रीबी - दरिद्रता मिटाने के लिए

सोमवती अमावस्या के दिन 108 बार अगर तुलसी की परिक्रमा करते हो, ओंकार का थोड़ा जप करते हो, सूर्य नारायण को अर्घ्य देते हो; यह सब साथ में करो तो अच्छा है, नहीं तो खाली तुलसी को 108 बार प्रदक्षिणा करने से तुम्हारे घर से दरिद्रता भाग जाएगी l


2012 की सोमवती अमावस्या - 11th March'2013, 8th July'2013, 2nd Dec'2013

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- Pujya Bapuji Ahemdabaad - 19th Oct. 2009

Tuesday, October 20, 2009

शिशु व बालक सम्बन्धी बातें

बालक जन्मते ही दाई या नर्स बच्चे को नहलाकर पिता की गोद में बचे को दे और पिता बच्चे के कान में निम्नलिखित मंत्र बोले -


७ बार का उच्चारण करके "अस्मा भव" तू चटान की नाई अडिग रहना l


७ बार का उच्चारण करके "परशु भव" तू कुल्हाड़े की नाई विघ्न बाधा को काटने वाला बनना l


७ बार का उच्चारण करके "हिरन्यस्तुम भव" तू चैतन्य अमर आत्मा है, तुझे कोई दोष ना लगे l


फिर माँ दूध पिलाने से पहले शहद और घी विमिश्रण करके सोने की सलाई से बच्चे की जीभ पर "ॐ" लिखे, फिर उसे दूध पिलाये l



जन्म से २ साल तक शैशव अवस्था होती है - शैशव काल में बच्चा जब हाथ-पैर हिलाने लगे तो उसे गोद में ज्यादा नहीं लेना चाहिए, इससे बच्चों के विकास में बड़ी हानि होती है l हाथ पैर चलने दें, बच्चा मजबूत बने l उसकी प्रतिभा विकसित करने के लिए उसे हँसते-खेलते रखना चाहिए l उसकी अनुकूल वस्तुएं दिलानी चाहिए, नहीं दे सकते तो बोलना चाहिए, चिंता नहीं, आ जायेगी, उसको निषेधात्मक नहीं बोलना चाहिए l उसे पेट की बीमारियाँ ना हों, ये ध्यान रखना चाहिए, अगर पेट की तकलीफ है तो पपीते के बीज २-३ कूट के पिलायें अथवा तुलसी के बीज कूट दें फिर १/४ चुटकी चूर्ण, रात को भिगो कर सुबह पिलायें l



२-५ साल तक उसके मन में जिज्ञासा (जानने की वृति) फूटती है l जो वह पूछे उसे उत्साह से उत्तर दें और उसके सामने प्रश्न लायें जिससे उसकी प्रतिभा विकसित हो l उसे रात को कहानियों के माध्यम से जानने की वृति और विचार की शक्ति पैदा करें


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Mathura 1st Oct. 2009

Saturday, October 10, 2009

त्वचा में खुजली या गाल पे दाग :-


त्वचा में खुजली की बीमारी होती है तो त्रिफला ५-७ ग्राम रात को थोड़ा पानी से फांक लें l कई लोगों को गाल पे दाग-दाग हैं, तो १ ग्लास दूध और १०-२० ग्राम माखन (खारा नहीं होना चाहिए) l माखन को पानी में २-४ बार अच्छी तरह से धो के दूध में मिला दें l १-२ बार हिला दें और पियें तो चेहरे पर जो दाग-दागे होते हैं, बादल जैसे (झाइयाँ), वो सब ठीक हो जायेगा l गर्भिणी स्त्री ऐसा दूध पियें तो बालक एकदम लाल-लाल टमाटर जैसा पैदा होता हैl

Itchy Skin or Rashes on Cheeks

For people suffering from itchy skin, they should have 5-7 grams of Triphala with water at night. Some people have rashes on cheeks. They should have a glass of milk with 10-20 grams of butter (Do not use salted butter). If salted, wash out the butter with water a few times to drain out the salt from it. Drink the milk with the butter properly mixed in it. This medication can remove all the marks and rashes on the facial skin. If pregnant women drink this, then her new born baby will glow like a red tomato.



Latur 25th Sep. 2009

नींबू-अदरक

फ्रिज में नींबू नहीं रखना चाहिए l अगर रखें भी तो जिस दिन काम में लाना है तो ६ घंटे पहले नींबू बाहर निकाल कर रखें, नहीं तो गर्म पानी में डालकर फिर रस निकालें तो ज्यादा रस निकलेगा l ठंडे नींबू में से रस इतना नहीं निकलता, जितना बाहर रखे नींबू से निकलता है l अदरक भी फ्रिज में रखने से उसका प्रभाव कम हो जाता है l

Hyderabad 27th Sep. 2009

ध्यान की महिमा

आज्ञाचक्र में ओंकार या गुरु का ध्यान करने से बुद्धि विकसित होती है और नाभि में ओंकार या गुरु का ध्यान करने से आरोग्य एवं रोग प्रतिकारक शक्ति विकसित होती है l

Hyderabad 26th Sep. 2009

Monday, October 5, 2009

प्रसाद खाने का तरीका

प्रसाद कैसे खाते हैं ? ..... कुछ लोग प्रसाद एक साथ खाते हैं l जैसे चिड़िया थोड़ा-थोड़ा खाती है, ऐसे ही थोड़ा-थोड़ा प्रसाद खाने से रस बनता है और आनंद भी आता है l 

How to have Prasad

Some people devour an offering of blessed prasad in one gulp.... Instead, just as a bird pecks its food little by little, in the same way, you should also have it slowly. This offers joy and also great gratification.




Aurangabad 19th Sep. 2009

Saturday, September 26, 2009

Heart व वायु सम्बन्धी बीमारियों में


नींबू वायुनाशक होता है l जठराग्नि को भूख लगाने में मदद करता है l पाचन करता है l पेट में कृमि हों, विष हो उसको भी दूर करता है l पेट की खराबी को दूर करता है l ह्रदय व लीवर को मदद करता है l वात-पित-कफ त्रिदोषनाशक है l त्वचा के विकार दूर करता है l ३० पत्ते तुलसी के उसको घोट दिया l १ गिलास गुनगुना पानी व नींबू पी लें l हफ्ते में या १५ दिन में १ बार पी लें lBlockage कभी होने वाला नहीं, ब्लड सिर्कुलेशन अच्छा होगा, हार्ट मज़बूत बनेगा l हार्ट अटैक नहीं होगा व bye-Pass surgergy नहीं करानी पड़ेगी l कमर दर्द दूर होकर शरीर फुर्तीला होगा l मोटे लोग हफ्ते में २ बार पियें , ठीक-ठाक लोग हफ्ते में १ बार पियें व दुबले पतले लोग १५ दिन में १ बार पियें l बायाँ श्वास चले तब पियेंगे तो अमृत तुल्य लाभ होगा l 

Heart and Gas related problems

Lemon has the power to cure gas related problems. It also help improve appetite and aids digestion. If there are stomach worms, poison or any other related stomach ailments, lemon has the capacity to cure it. It supports the functioning of heart and liver. It is considered as a tridoshnashak i.e. alleviates all three doshas , Vaat, Pitta and Cough. It helps cure skin disorders. Take the extract from 30 Basil leaves and make a concoction with luke warm water and lemon juice. Take this daily, once a day, for a week or two. Heart blockage will never appear, blood circulation will improve, you will never have a heart attack and will also never have to do any bypass surgery. All waist related pain will disappear and body will adopt a sporting look. Obese people should take this twice a week, normal people should take this once a week and skinny people should take once every 15 days. Drinking this concoction when the breath is flowing through left nostril makes it equivalent to drinking ambrosia.

Aurangabad 18th Sep. 2009

Monday, September 14, 2009

Swine Flu


नीम के पत्ते हटाकर जो उसकी डाली होती है ना... डंठली.. वो ११ डंठली (बच्चा है तो ७ और मोटा है तो २१) और ढाई काली मिर्च लेकर पत्थर पे जैसे चटनी बनाते हैं ना, (ऊपर ऊपर का जो छिलका है वो तो निकल जायेगा, गिरी गिरी बचेगी), वो चाट लें और पानी पी लें l तुलसी के पत्ते कभी खा लें, फ्लू में आराम होगा |

Swine Flu
Take small twigs of Margosa tree (neem) and mash them along with two and half seeds of black pepper. Use 11 twigs (7 for children and 21 for obese people). The covering of the twigs will separate out on their own. Make a proper paste of it. Lick this paste and then drink some water. You can also have some Basil (Tulsi) leaves which also provide relief from flu.

Khargaon 25th Aug. 2009

Diabities(मधुमेह)


भिन्डी के पौधे सूखे होते हैं, उनको कूट दो, मैदा छान कर लो l १/२ चम्मच पाउडर और शक्कर मिलाकर, पानी से पी लो l इससे भी Diabetes कण्ट्रोल होती है l

Diabetes

The plant of lady's finger(also known as bhindi or okra) is very dry. Grind them out and sieve them in a fine powder. Take one to two spoon of this powder along sugar mixed in water. This will help control Diabetes.

Dausa 7th Sep. 2009

Thursday, September 10, 2009

श्राद्ध सम्बन्धी बातें

  • श्राद्ध कर्म करते समय जो श्राद्ध का भोजन कराया जाता है, तो ११.३६ से १२.२४ तक उत्तम काल होता है l
  • गया, पुष्कर, प्रयाग और हरिद्वार में श्राद्ध करना श्रेष्ठ माना गया है l
  • गौशाला में, देवालय में और नदी तट पर श्राद्ध करना श्रेष्ठ माना गया है l
  • सोना, चांदी, तांबा और कांसे के बर्तन में अथवा पलाश के पत्तल में भोजन करना-कराना अति उत्तम माना गया है l लोहा, मिटटी आदि के बर्तन काम में नहीं लाने चाहिए l
  • श्राद्ध के समय अक्रोध रहना, जल्दबाजी न करना और बड़े लोगों को या बहुत लोगों को श्राद्ध में सम्मिलित नहीं करना चाहिए, नहीं तो इधर-उधर ध्यान बंट जायेगा, तो जिनके प्रति श्राद्ध सद्भावना और सत उद्देश्य से जो श्राद्ध करना चाहिए, वो फिर दिखावे के उद्देश्य में सामान्य कर्म हो जाता है l
  • सफ़ेद सुगन्धित पुष्प श्राद्ध कर्म में काम में लाने चाहिए l लाल, काले फूलों का त्याग करना चाहिए l अति मादक गंध वाले फूल अथवा सुगंध हीन फूल श्राद्ध कर्म में काम में नहीं लाये जाते हैं l
  • श्राद्ध पक्ष :- 29th Sept - 15 Oct 2012
Shraaddh related

- The optimal time to offer meals during Shraaddh ritual is between 11.36 am to 12.24 pm.
- Shraaddh ritual conducted at Gaya, Pushkar, Prayag or Haridwar is considered ideal.
- Shraaddh ritual conducted in cow shed, temples or on river banks is considered ideal.
- On the day of Shraaddh, having or offering meals on gold, silver, copper or brass utensils is considered supremely ideal. Use of iron, earthen and other forms of utensils should be avoided.
- During Shraaddh, one must not remain agitated, hasten the ritual, invite large groups of people or call noted dignitaries. This draws the focus away from the ritual. Instead of offering the pious shraaddh sentiments with a noble intention, the procedure becomes commonplace due to show off.
- White, fragrant flowers should be used for the Shraaddh ritual. Red, blackish flowers should be totally abstained. Also, avoid use of mildly fragrant or bland flowers for this ritual.
- Shraaddh Period : 29 Sept 2012 - 15 Oct 2012 

Gurgaon 5th Sep. 2009

गंजापन

जिनके टाल आ गयी है वो खुशखबरी सुन लें l भैंस के दूध में त्रिफला चूर्ण मिलाकर सिर में लेप कर दीजिये l सफ़ेद बाल काले होने लगेंगे और जो गंजे हैं, उनकी टाल पर भी बाल आने लगेंगे l

Baldness

For those who have lost hair on their head, there is good news for them. Apply buffalo's milk mixed with Triphala Churna as lotion on your head. This will convert back any white hair to black and will start the growth of new hair on the head.

Gurgaon 5th Sep. 2009

Wednesday, September 9, 2009

Cholestrol problem


दूध पीते हैं तो उसमे ज़रा सा तज (दालचीनी) डाल दो, कोलेस्ट्रोल कण्ट्रोल होगा l

Cholesterol Problem

Whenever you drink milk, add a little amount of cinnamon. This will help to regulate cholesterol.
Gurgaon 5th Sep. 2009

Tuesday, September 8, 2009

कलह-कलेश में :-

जिनके शरीर में आधि आती हो, मन में व्याधियां और अशांति होती हो, वे लोग २१ दिन तक पीपल देवता को जल चढाएं l जल में थोड़ा गुड़ डाल दें, ताकि कुटुंब में मिठास आये और थोड़े चने डाले दें ........ और पीपल देवता को रोटी चढाएं और ॐ खं खं ......... का जप करें l पति-पत्नी का मन मुटाव शांति में बदल जाएगा l

Gurgaon 6th Sep. 2009

धातु सम्बन्धी बीमारियों में :-

  • चने की दाल भिगा दिया सुबह, भोर में और रात्रि को चने की डाल और थोड़ी शक्कर मिलाकर खाएं और फिर दूध न पियें, पानी न पियें, एकाध घंटे बाद सो जाएँ l धातु की दुर्बलता दूर होती है, ब्रह्मचर्य पालने में मदद मिलती है l
  • जामुन की गुठली सुखा, छाया में और फिर उसका पाऊडर बना के रख दें l ४-४ ग्राम सुबह-शाम पाऊडर फांकें l स्वप्नदोष की, धातु क्षय की बीमारियाँ दूर होती हैं l

Gurgaon 04th Sep. 2009


Tuesday, September 1, 2009

भोजन करने की विधि

भोजन के पहले हाथ-पैर और मुंह धो लेना चाहिए l फिर भोजन करने बैठे .... भगवान की सत्ता से अन्न बना है......... भगवान की सत्ता से पानी.......भगवान की सत्ता से सूरज l भगवान की कृपा से भोजन आया .........."ॐ परमात्मने नमः" ......... भगवान को हम नमन करते हैं l फिर भोजन खाएं तो भगवान का नाम लेकर....... भगवान तुम्हारा दिया हुआ भोजन, तुमको ही में भोग लगाता हूँ l मुंह तो अपना खोलो और भोग भगवान को लगाओ l ये प्रसाद हो जायेगा, बुद्धि पवित्र कर देगा l

Jammu 28th Aug 09

Saturday, August 29, 2009

राग और ताल की महिमा

राग और ताल सुनने से बहुत सी बीमारियाँ दूर होती हैं :-
  • राग मारवा और राग भोपाली से आंतों की बीमारियाँ दूर होती हैं l
  • राग आसारी से मस्तक के रोग दूर होते हैं l
  • राग भैरवी से सिरदर्द ठीक होने लगता है l
  • राग सोहनी से सिरदर्द और मरुरज्जू (रीड़ की हड्डी में जो मनके घिस गए, वो ठीक होने लगते हैं l)
  • राग वसंत और राग सोरट से नपुंसकता दूर हो जाती है l

Ujjain 23rd Aug 09

Thursday, August 27, 2009

खाने का समय

सुबह ११ बजे से २ बजे तक जठरा तेज होती है, २ बजे से पहले खा लें l शाम को सूर्यास्त से पहले खा लें, नहीं तो जितनी देर से खायेंगे उतना मन्दाग्नि, गैस, बदहाजमा होगा l फिर भी रात ८ बजे तक खा लें l ८ के बाद खाना हो तो कम खाएं l रात ९ बजे के बाद केवल दूध पियें और ९.३० के बाद दूध भी कम कर दें l

Ujjan 22nd Aug. 2009

केन्सर में

१)सुबह मंजन करने के पहले बासी मुंह, १ तोला (१०-१२ मि. ग्रा.) देशी गाय का गौ मुर्त्र छान कर ले या ये न मिले तो गौझरण में १०-१२ मि.ग्रा पानी डाल के लें ....( आश्रम में मिलता है ).. थोड़े दिन में केन्सर की बीमारी मिट जायेगी l

२) २० ग्राम तुलसी का रस , ५० ग्राम ताजा दही के साथ कुछ दिन सुबह - शाम लेने से केन्सर में आराम होता है ।

Cure For Cancer

1) As soon as you wake up in the morning ,before brushing teeth have 1 tola (10-12 mg) urine of deshi holy cow (not the hybrid cow). This urine has to be filtered through a clean cloth before drinking or you can consume gaujharan ark (available at our ashram)but to this gaujharan ark add equal quantity of water as it is in concentrated form. Within a few days of following this procedure cancer will be cured permanently.
OR

2) 20 gm tulsi leaves extract ,50 gm fresh curds (homemade) .They should be sweet(no sugar to be added, naturally sweet) in taste not sour(try to ferment milk early morning so by mid-day its set perfectly).

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- पूज्यबापूजी 20 Mar, 2010 Indore

Wednesday, August 19, 2009

होंठ फटने पर

नाभि में सरसों के तेल की २-४ बूंदे डालें तथा जरा से मक्खन में नमक मिलाकर होंठों पर लगायें इससे लाभ होता है l
Risi Prasad, Dec. 2008

मधुमेह में

बेल के ९ पत्ते व २ काली मिर्च पानी के साथ पीस लें उसमे शक्कर डाले बिना घोल बनाएं और " ॐ सूर्याय नमः " मंत्र जपते हुए शरबत के रूप में पियें l इससे मधुमेह में लाभ होता है l

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Risi Prasad, Dec. 2008

कदवृद्धि

जिन बच्चों का कद नहीं बदता वे पुलअप्स का अभ्यास करें और बेल के ६ पते व २-४ काली मिर्च हनुमानजी का स्मरण करते हुए चबाकर खाएं उसमे पानी डाल के पीसकर भी खा सकते हैं l
Risi Prasad, Dec. 2008

वायुशमन

घी में भुने हुए ५-७ काजू, काली मिर्च व सेंधा नमक डालकर " ॐ वज्रहस्ताभ्यां नमः " मंत्र का जप करते हुए खाने से वायु का शमन होता है |
To reduce Gas related problems:-
Roast 5-7 cashew nuts in ghee,add little black pepper powder, little rock salt & chant " Om Vajrahastabhyam Namah" & while eating. This will reduce gas related disturbances in the body.

Rishi Prasad, Dec. 2008

बलवृद्धि

सुबह शहद के साथ ५-७ काजू " ह्रीं रामाय नमः " मंत्र जपते हुए खाने से शारीरिक व मानसिक बल बढता है
Risi Prasad, Dec. 2008

दिमागी पुष्टि

२ अखरोट की गिरी को मिश्री के साथ पीसकर दूध में मिला दें इसे " ॐ श्री सरस्वत्यै नमः " मंत्र जपते हुए पियें इससे मस्तिष्क को बल मिलता है l

Risi Prasad, Dec. 2008

Tuesday, August 18, 2009

ह्रदय रोग की सरल व अनुभूत चिकित्सा

  • १ कटोरी लौकी के रस में पुदीने व तुलसी के ७-८ पत्तों का रस, २-४ काली मिर्च का चूर्ण व १ चुटकी सेंधा नमक मिलाकर पियें l इससे ह्रदय को बल मिलता है और पेट की गड़बडियां भी दूर हो जाती हैं l
  • नींबू का रस, लहसुन का रस, अदरक का रस व सेवफल का सिरका समभाग मिलाकर धीमी आंच पर उबालें l एक चौथाई शेष रहने पर नीचे उतारकर ठंडा कर लें l तीन गुना शहद मिलाकर कांच की शीशी में भरकर रखें l प्रतिदिन सुबह खाली पेट २ चम्मच लें l इससे Blockage खुलने में मदद मिलेगी l
  • अगर सेवफल का सिरका न मिले तो पान का रस, लहसुन का रस, अदरक का रस व शहद प्रत्येक १-१ चम्मच मिलाकर लें l इससे भी रक्तवाहिनियाँ साफ़ हो जाती हैं l लहसुन गरम पड़ता हो तो रात को खट्टी छाछ में भिगोकर रखें l
  • उड़द का आटा, मक्खन, अरंडी का तेल व शुद्ध गूगल संभाग मिलाके रगड़कर मिश्रण बना लें l सुबह स्नान के बाद ह्रदय स्थान पर इसका लेप करें l २ घंटे बाद गरम पानी से धो दें l इससे रक्तवाहिनियों में रक्त का संचारण सुचारू रूप से होने लगता है l
  • १ ग्राम दालचीनी चूर्ण एक कटोरी दूध में उबालकर पियें l दालचीनी गरम पड़ती हो तो १ ग्राम यष्टिमधु चूर्ण मिला दें l इससे कोलेस्ट्रोल के अतिरिक्त मात्रा घट जाती है l
  • भोजन में लहसुन, किशमिश, पुदीना व हरा धनिया की चटनी लें l आवलें का चूर्ण, रस, चटनी, मुरब्बा आदि किसी भी रूप में नियमित सेवन करें l
  • औषधि कल्पों में स्वर्ण मालती , जवाहरमोहरा पिष्टि, साबरशृंग भस्म, अर्जुन छाल का चूर्ण, दशमूल क्वाथ आदि हृदय रोगों का निर्मूलन करने में सक्षम है l

Rishi Prasad, August 2009

गौ माता की महिमा

गाय से शरीर से जो सात्विक उर्जा निकलती है, उस घर या इलाके में गाय होने से बहुत साड़ी अशुभ चीजें दूर हो जाती हैं l गाय के शरीर में सुर्यकेतु नाड़ी होती है, जो सूर्य किरणों को पीती है, इसलिए गाये के गोबर व मूत्र में भी सात्विक पॉवर होता है l मरते समय भी गाय के गोबर का लीपन करके व्यक्ति को सुलाया जाता है l
  • कैसी भी जहरी दवाएं खायी हो, गौमूत्र थोड़े दिन पिये, Blockage खुल जायेगा और जहरी दवाओं का असर उतर जायेगा l
  • बच्चों को गाय की पूंछ का झाड़ा देने से ऊपर की आई हुई हवा या कुप्रभाव नाश होता है l
  • जिसको रात को ठीक से नींद न आती हो, वो मोर के पंख रख दे, सिरहाने के नीचे और "हरि ॐ" का गुंजन करे , नींद आने लगेगी l
  • जिसको बुरे स्वप्न आते हों वो बुरे स्वप्न न आयें इसका आग्रह छोड़ दें l पैरों को गाय का घी मल दें और सिर में थोड़ा हलकी मालिश कर दें किसी भी तेल की l
  • गाए के दूध से बनी दही शरीर पर रगड़कर स्नान करने से स्वास्थ्य, प्रसन्नता और दरिद्रता दूर हो जाती है l
  • चावल पानी में पका लें फिर गाय के दूध में डालकर खीर बना लें, ज्यादा मीठा और मेवा न डालें और फिर "ॐ" का १२० माला जप करें l ७ सप्ताह तक करें तो ७ जनम की दरिद्रता दूर हो जाती है और ७ जनम तक कुटुंब में दरिद्रता नहीं आती l
  • जिस रोग के लिए डॉक्टर ने मना कर दिया हो की ये रोग ठीक नहीं हो सकता, वो व्यक्ति घर में गाय पालें और चारा-पानी खुद खिलाये और स्नेह करें l गाय की प्रसन्नता उसके रोमकूपों से प्रकट होगी और आप अपने हाथ गाय की पीठ पर घुमाएंगे तो आपके हाथों की उँगलियों द्वारा वो प्रसन्नता, रोग प्रतिकारक शक्ति बढाएगी l २-४ महीने तक ऐसा करें l
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  • काली गाय का घी बुढापे में भी जवानी ले आता है l हार्ट अटैक की तकलीफ है और चिकनाहट खाने की मनाही है तो गाए का घी खाएं, हार्ट मज़बूत बनता है l

1st Aug’09, Mohali

किडनी व पेशाब की प्रॉब्लम में

६० साल के बाद पेशाब की तकलीफ होती है । पेशाब धीरे-धीरे आता है और पेशाब नली दब जाती है । प्रोटेस्ट ग्रंथि बड़ जाती है । पुनर्नवा का रस पीने से पेशाब खुल कर आएगा, किडनी नयी बन जाएगी । पुनर्नवा की सब्जी खाने से किडनी बढ़िया रहती है व पेशाब की प्रॉब्लम दूर होती है l
1st Aug’09, Mohali

किसानो के लिए

अपना खेत हो तो खेत में पश्चिम की तरफ पीपल का पेड़ लगा दो, पितर लोग राजी होंगे व सुख शांति होगी l खेत में कुआँ पूर्व-उत्तर के कोने में हो l पश्चिम और दक्षिण की तरफ अपना निवास हो खेत में बरकत आएगी l

10th Aug’09, Pratap Garh

Thursday, August 13, 2009

तुलसी के बीज

तुलसी के बीज एक चुटकी रात को भिगा दो और सुबह को ले लो l सारी बीमारियाँ दूर रहती हैं और बुदापे की कमजोरी भी नहीं रहती l दोपहर के भोजन के बाद जो पान खाते हों, वो पान में एक चुटकी तुलसी के बीज डालकर खाओ , बुढापा जल्दी नहीं आएगा |

31st July’09, Chandigarh

Tuesday, August 11, 2009

खुजली में

खुजली में खुजलाना नहीं वरन शतघृत लगाना चाहिए | काँसे की थाली में घी और थोड़ा पानी डालकर १०० बार रगड़ो, ये शतघृत बन गया | खुजली पित्त व खून की खराबी के कारण होती है| खून की सफाई के लिए :-
  • खाली पेट टमाटर या खीर खाएं |
  • दो नींबू पानी में निचोड़ कर पियें |
  • त्रिफला फाँकें |
4th Aug’09, Noida

नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए

२ से ५ ग्राम त्रिफला, घी और मिश्री चाटने से भी नेत्रज्योति बढ़ती है |
5th Aug’09, Noida

स्मृति शक्ति प्रयोग

आप पढें लिखें, जो भी कुछ याद करना हो गीत - भजन तो पहले देख लो, फिर थोड़ा गुनगुनाओ, फिर जीभ तालू में लगाकर उसको save कर लो | बस १० बार की मेहनत १ बार में काम हो जायेगा | बार रटने से जो काम होता है वो १-२ बार जीभ तालू में लगाकर मन में सुमिरन कर लो याद रह जायेगा| Marks अच्छे आयेंगे | स्मृति नाड़ी जगाना है तो जीभ तालू में लगाकर, पहली उंगली, अंगूठे के नीचे और तीन उंगलियाँ सीधी और लम्बा श्वास लेकर ५-१० मिनट "हरि ॐ" जप करें | बाद में जीभ तालू में लगाकर श्वासोश्वास की साधना करें, तो बहुत सारी छुपी योग्यताएँ विकसित होंगी |
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MP3 Link: http://hariomgroup.net/hariomaudio/tips/smriti-shakti-prayog.mp3

-VCD- Sant Kripa se Kaam badla Ram me

घबराहट में

अगर कोई बात सुनकर घबराहट हो तो ..घर में या कही कोई हट-पट हो तो ...कोई खूब डांटता हो तो जीभ तालू में लगाकर गुरुमंत्र जपें फिर आप भूमध्य में भगवन का ध्यान कर के थोड़ी सी भी बात करो गे ..तो किसी की ऐसी -तैसी ... मरोरथ फलेगा इससे High B.P. and Low B.P. में भी मदद मिलती है
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7th Jun'09, Udaipur

नाड़ी ब्लोकेज व हार्ट प्रॉब्लम में

दोनों हाथ की हथेलिओं को रगड़ते हुए "ॐ" जपें और छाती पर रखें | गोमूत्र ५० मिलीग्राम दो कपड़े में छानकर पियें | -५ दिन में आराम होगा |
Kathmandu 24th Jun'09

किडनी की प्रॉब्लम व पेशाब की गड़बडी में

मकई के बाल ५० ग्राम, २ लीटर पानी में मसल दो | धीमी आंच पे उस पानी को उबालो | १ लीटर होने पर छानकर, पीने लायक होने पर पियें | २-५ दिन में आराम हो जायेगा |

Kathmandu 24th Jun'09

सभी प्रकार की बीमारियों में

  • असाध्य रोगों में सुश्रुत भगवान् (आयुर्वेद ग्रन्थ रचयिता) ने प्राणायाम करके इस मंत्र का जप करने का बताया है :- "अच्युताय गोविन्दाय, अनंताय नाम भेषजाम नश्यन्ति सर्व रोगाणी, सत्यं सत्यं वदाम्यहम l"
  • सुबह सूर्य नारायण के सामने सिर को अच्छी तरह ढककर 7-8 मिनट पेट की तरफ और 8-10 मिनट धूप पीछे की तरफ लगे ऐसे बैठे, उसी में लम्बे श्वास लें और वज्रासन में बैठकर श्वास अंदर-बाहर (पेट अंदर ज्यादा और बाहर कम) करें l
  • सुश्रुत भगवान ने, जिन्होंने आयुर्वेद का ग्रन्थ बनाया उन्होंने लिखा हमारी औषधि, शल्यक्रिया सब जब व्यर्थ हुए तो एक महा-औषधि है-भगवन्नाम का आश्रय, उस से रोग मिटते हैं | वह मंत्र और जपने की विधि इस प्रकार है - श्वास अन्दर लें और मन में बोले: "नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमंत बीरा" और श्वास छोड़ दें | अब श्वास बाहर रोके और जपे "नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमंत बीरा "| श्वास अन्दर रोककर एक-सवा मिनट तक जप करें और श्वास छोड़ दें | फिर श्वास बाहर रोक कर ५० सेकंद तक जप करें | ऐसा २-३ बार करें | कितनी भी बीमारी हो, खीचकर जठर में आ जायेगी | डॉक्टर बोलते हैं ठीक नहीं होगा वह भी ठीक होने लगेगा |

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Delhi Guru Punam 07-06-09