Rishi Prasad - Nov. 2005
Tips for an all round Success in Life from His Holiness Saint Shri Asharamji Bapu.
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Tuesday, July 28, 2009
शराब छुड़ाने का उपाय
जब शराब पीने की इच्छा हो तब किशमिश का १-१ दाना मुंह में डालकर चूसें | किशमिश का शरबत पीने से भी दिमाग को ताकत मिलेगी और धीरे-धीरे शराब छोड़ने की क्षमता आ जायेगी l साथ ही इस मंत्र का जप करें : - " ॐ ह्रीं यं यश्वराये नमः " अथवा जब शराबी निद्रा में हो तो कुटुम्बी उसकी चोटी वाले भाग में देखते हुए मन ही मन इसका जप करें l
वायु सम्बन्धी तकलीफ
वायु सम्बन्धी तकलीफ :-
गर्मी के दिनों में शरीर वायु संग्रह करता है और बारिश के दिनों में वायु प्रकोप होता है | वायु सम्बन्धी रोगों में :-
• १०० ग्रा.म. पुराना गुड व ५० ग्रा.म. हरड मिलाकर १-१ ग्रा.म. की गोलियां बना लें और १५ दिन तक सुबह-शाम चूसें और थोडा गुनगुना पानी पी लें l इससे गैस, अजीर्ण, कब्ज़ व बदहजमी में आराम होता है l
• १ लीटर पानी उबालें और जब ७५० मि.ली. हो जाए तो उतार लें और उसे पियें l इससे वायु सम्बन्धी बीमारियाँ दूर होती हैं l
गर्मी के दिनों में शरीर वायु संग्रह करता है और बारिश के दिनों में वायु प्रकोप होता है | वायु सम्बन्धी रोगों में :-
• १०० ग्रा.म. पुराना गुड व ५० ग्रा.म. हरड मिलाकर १-१ ग्रा.म. की गोलियां बना लें और १५ दिन तक सुबह-शाम चूसें और थोडा गुनगुना पानी पी लें l इससे गैस, अजीर्ण, कब्ज़ व बदहजमी में आराम होता है l
• १ लीटर पानी उबालें और जब ७५० मि.ली. हो जाए तो उतार लें और उसे पियें l इससे वायु सम्बन्धी बीमारियाँ दूर होती हैं l
7th June'09, Delhi
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स्वाश्थ्य(Health)
Diabetes( मधुमेह) नियंत्रित करने के लिए
सुबह १/२ किलो कच्चा करेला टुकड़े - टुकड़े करके तसले में डाल दें और अपने पैरों से १/२ से ३/४ घंटे तक तक कुचलें जब तक जीभ में कड़वाहट का अहसास ना हो l ७-१० दिन तक ये प्रयोग करें l इससे Diabetes नियंत्रित होती है l
हो सके तो इन दिनों में मेथी की सब्जी खाए या मेथी के दाने रात को भीगा दे और सुबह खाए | इससे लाभ होगा |
To regulate diabetes
Take about half a kilo of bitter gourd chopped in a large flat plate. Squash them with your feet for 30 to 45 minutes until you start experiencing bitterness in your mouth. Perform this daily for 7-10 days. This is very effective in regulating diabetes.
Listen Audio
- Pujya Bapu ji 07th Jun'09, Delhi
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स्वाश्थ्य(Health)
बुद्धि व स्मृतिशक्ति बढ़ाने हेतु
बुद्धि व स्मृतिशक्ति बढ़ाने के लिए भोजन के बाद थोड़ा माखन व मिश्री खाएं | बाजारू माखन नहीं उसमे नमक रहता है, गाय के दूध से बना माखन मिश्री के साथ एक चम्मच लें |
Gurupunam Amdavad, July 2009
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विद्यार्थी(Students)
Thursday, July 23, 2009
स्मृतिशक्ति बढ़ाने हेतु प्रयोग
५ ममरी बादाम रात को भिगोकर सुबह छिलके उतारके पीस लें | २५० मि.ली. दूध में समभाग पानी, ११ काली मिर्च, पिसे हुए बादाम व मिश्री मिला लें | फिर मिलाया हुआ पानी जल जाने तक उबालें l गुनगुना होने पर 'ॐ श्री सरस्वत्यै नमः' मंत्र जपते हुए चुसकी लेते हुए पिये l इससे यादशक्ति व शारीरिक बल मिलता है l
Lok Kalyan Setu 16.05.09 to 15.06.09
सिरदर्द व गर्मी शमन हेतु
सिरदर्द होता हो या शरीर में गर्मी जैसा लगता हो, तो पैरों तले गाय का घी रगड़ना चाहिए |
9th July '09, Amdavad
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स्वाश्थ्य(Health)
Tuesday, July 21, 2009
ग्रहण विधि निषेध
- सूर्यग्रहण ( 20th May' 2012)मे ग्रहण से चार प्रहर पूर्व और चंद्र ग्रहण मे तीन प्रहर पूर्व भोजन नहीं करना चाहिये । बूढे बालक और रोगी एक प्रहर पूर्व तक खा सकते हैं ग्रहण पूरा होने पर सूर्य या चंद्र, जिसका ग्रहण हो, उसका शुध्द बिम्ब देख कर भोजन करना चाहिये । (१ प्रहर = ३ घंटे)
- ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल नहीं तोडना चाहिए । बाल तथा वस्त्र नहीं निचोड़ने चाहिये व दंत धावन नहीं करना चाहिये ग्रहण के समय ताला खोलना, सोना, मल मूत्र का त्याग करना, मैथुन करना और भोजन करना - ये सब कार्य वर्जित हैं ।
- ग्रहण के समय मन से सत्पात्र को उद्दयेश्य करके जल मे जल डाल देना चाहिए । ऐसा करने से देनेवाले को उसका फल प्राप्त होता है और लेनेवाले को उसका दोष भी नहीं लगता।
- कोइ भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिये और नया कार्य शुरु नहीं करना चाहिये ।
- ग्रहण वेध के पहले जिन पदार्थो मे तिल या कुशा डाली होती है, वे पदार्थ दुषित नहीं होते । जबकि पके हुए अन्न का त्याग करके गाय, कुत्ते को डालकर नया भोजन बनाना चाहिये ।
- ग्रहण वेध के प्रारंभ मे तिल या कुशा मिश्रित जल का उपयोग भी अत्यावश्यक परिस्थिति मे ही करना चाहिये और ग्रहण शुरु होने से अंत तक अन्न या जल नहीं लेना चाहिये ।
- ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरुरतमंदों को वस्त्र दान से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है ।
- तीन दिन या एक दिन उपवास करके स्नान दानादि का ग्रहण में महाफल है, किंतु संतानयुक्त ग्रहस्थ को ग्रहण और संक्रान्ति के दिन उपवास नहीं करना चाहिये।
- 'स्कंद पुराण' के अनुसार ग्रहण के अवसर पर दूसरे का अन्न खाने से बारह वर्षो का एकत्र किया हुआ सब पुण्य नष्ट हो जाता है ।
- 'देवी भागवत' में आता है कि भूकंप एवं ग्रहण के अवसर पृथ्वी को खोदना नहीं चाहिये
गठिया और जोडों का दर्द
प्याज के रस को सरसों के तेल में मिलाकर मालिश करने से गठिया और जोडों का दर्द दूर होता है|
हे मेरे प्रभु
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स्वाश्थ्य(Health)
कोई मुसीबत आये तो
अगर कोई मुसीबत आये तो जीभ तालू में लगाकर सामने वाले कि आँखों में देखो और मन में गुरुमंत्र जपो, कम से कम १ मिनट तक, फिर कोई आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता
9th July '09, Amdavad
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विविध(Miscellaneous)
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