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Saturday, April 16, 2011

रक्तस्राव

नाक, मल-मूत्रमार्ग अथवा योनि द्वारा रक्तस्राव होता हो तो छाल का काढ़ा (50 मि।ली.) बनाकर ठंडा होने पर मिश्री मिला के पिलायें।


ऋषि प्रसाद, अप्रैल 2011

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