ये सब को पता है की कयादुमाँ ने नारद मुनि के आश्रम में जा कर खूब जप, तप किया, सत्संग सुना तो राक्षस कुल में भी प्रह्लाद जैसी संतान हुई । इसलिए घर में कोई बहु, बेटी, बहन गर्भवती हो तो उसे कहना कि
श्रीमद भागवत पढ़े और ऐसे पढ़े कि जैसे हम किसी को पढ़कर सुना रहे हो, जोर से पढ़े। उन दिनों में कोशिश करना कि अधिक से अधिक भगवन नाम जपे। अधिक से अधिक शांत और ध्यान में बैठने की कोशिश करना । ऐसी संतान आप के घर जन्म लेगी जो सात-सात पीढ़ी को तारने वाली होगी। क्योकि आप गर्भ से उसे संस्कार दे रहे हो ।
-रेखा दीदी Khilchipur 6th Oct, 2011
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