ग्रह-नक्षत्रों का असर मुनष्यों-प्राणियों पर ज्यादा होता है | ब्रहस्पति, बुध, शुक्र, चन्द्र – ये शुभ ग्रह हैं | उनमे भी ब्रहस्पति अत्यंत शुभ ग्रह है | ब्रहस्पति जब बलवान होता है, तब पुण्यात्माएँ पृथ्वी पर अवतरित होती हैं | बलवान ब्रहस्पति जिसकी जन्मकुंडली में होता है, उसमें आध्यात्मिकता, ईमानदारी, सच्चारित्र्य, विद्या और उत्तम विशेषताएँ होती हैं | इसलिए गर्भाधान ऐसे समय में होना चाहिए, जिससे बच्चे का जन्म बलवान उत्तम ग्रहों की स्थिति में हो |
५ जनवरी २०१४ से १८ सितम्बर २०१४ तक का समय गर्भधान के लिए अतिशय उत्तम है | उत्तम संतान की इच्छावाले दम्पति को अधिकाधिक गुरुमंत्र का जप या हॉट सके तो पुरुष को ४० – ४० दिन के तथा महिला को २१ – २१ दिन के दो – तीन अनुष्ठान करके उत्तम संतान हेतु परमात्मा से प्रार्थना करनी चाहिए, तत्पश्च्यात गर्भाधान करना चाहिए | गर्भाधान से पहले कम-से-कम १ – २ माह का ब्रम्हचर्य – व्रत अवश्य रखें | गाय का दूध, घी, खीर और सात्त्विक आहार लें | अंडा, मांस, मदिरा, तम्बाकू, वासी भोजन, फास्टफूड जैसे तामसी पदार्थों का सेवन न करें | गर्भाधान के बाद ज्यों – ज्यों गर्भ बढे, त्यों – त्यों स्त्री को वजन उठाना, हर प्रकार की वाहन – यात्रा, व्यायाम, नीचे झुककर काम करना (जैसे झाड़ू – पोंछा) आदि कार्यों से बचते रहना चाहिए | लाल मिर्च, हरी मिर्च, हिंग, मेथी, राई, गाजर, कपसिया तेल (Cotton seed oil), गर्म दवाईयों और गर्भ पदार्थों का सेवन न करें |
नौकरी करनेवाली महिलाओं को गर्भाधान के दिनों में और बाद के दिनों में शारीरिक-मानसिक आराम पर ख़ास ध्यान देना चाहिए | पुरुषों को भी शारीरिक आराम और मानसिक प्रसन्नता के बाद ही गर्भाधान के लिए प्रवृत्त हों योग्य है | रात्रि-जागरण बल, बुद्धि, स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर करता है | काम-धंधा है तब भी रात्रि की नींद का फायदा लिया करो | तुमने देखा होगा कि ट्रक ड्राइवर का श्रम तुम्हारे-हमारे से ज्यादा है लेकिन कोई बढ़िया मकान या बढ़िया गाड़ीवाला नहीं मिलेगा | तन-मन-बुद्धि का रात्रि की नींद में जितना विकास होता है, उतना दिन की नींद में नहीं होता |
५ जनवरी २०१४ से १८ सितम्बर २०१४ तक का समय गर्भधान के लिए अतिशय उत्तम है | उत्तम संतान की इच्छावाले दम्पति को अधिकाधिक गुरुमंत्र का जप या हॉट सके तो पुरुष को ४० – ४० दिन के तथा महिला को २१ – २१ दिन के दो – तीन अनुष्ठान करके उत्तम संतान हेतु परमात्मा से प्रार्थना करनी चाहिए, तत्पश्च्यात गर्भाधान करना चाहिए | गर्भाधान से पहले कम-से-कम १ – २ माह का ब्रम्हचर्य – व्रत अवश्य रखें | गाय का दूध, घी, खीर और सात्त्विक आहार लें | अंडा, मांस, मदिरा, तम्बाकू, वासी भोजन, फास्टफूड जैसे तामसी पदार्थों का सेवन न करें | गर्भाधान के बाद ज्यों – ज्यों गर्भ बढे, त्यों – त्यों स्त्री को वजन उठाना, हर प्रकार की वाहन – यात्रा, व्यायाम, नीचे झुककर काम करना (जैसे झाड़ू – पोंछा) आदि कार्यों से बचते रहना चाहिए | लाल मिर्च, हरी मिर्च, हिंग, मेथी, राई, गाजर, कपसिया तेल (Cotton seed oil), गर्म दवाईयों और गर्भ पदार्थों का सेवन न करें |
नौकरी करनेवाली महिलाओं को गर्भाधान के दिनों में और बाद के दिनों में शारीरिक-मानसिक आराम पर ख़ास ध्यान देना चाहिए | पुरुषों को भी शारीरिक आराम और मानसिक प्रसन्नता के बाद ही गर्भाधान के लिए प्रवृत्त हों योग्य है | रात्रि-जागरण बल, बुद्धि, स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर करता है | काम-धंधा है तब भी रात्रि की नींद का फायदा लिया करो | तुमने देखा होगा कि ट्रक ड्राइवर का श्रम तुम्हारे-हमारे से ज्यादा है लेकिन कोई बढ़िया मकान या बढ़िया गाड़ीवाला नहीं मिलेगा | तन-मन-बुद्धि का रात्रि की नींद में जितना विकास होता है, उतना दिन की नींद में नहीं होता |
- ऋषिप्रसाद – मार्च २०१४ से
Bearing bright children
Stars
and constellations have a strong impact on humans. Jupiter, Mercury,
Venus, Moon are all holy celestial bodies. Amongst these, Jupiter is
considered the most holy of all. When Jupiter is powerful, then holy
souls descend on earth. One whose horoscope is driven by all powerful
Jupiter, the person displays remarked spirituality, honesty, clear
character, learned quality and other special traits. So, a child should
be conceived so that a child is born when the planetary positions are in
their prime.
5 January 2014 to 18 September 2014
is an optimal time for conceiving children. Couples who wish to bear
bright children should do japa of Guru mantra and if possible, men
should do two to three anusthaans of 40-40 days and ladies should do
anusthaans of 21-21 days and pray to God that they can bear the best
child and then move forward towards conceiving a child. Before
pregnancy, both must pledge to maintain celibacy for atleast 1-2 months.
Take cow's milk, clarified butter, milk porridge and pure, light foods
during this period. Eggs, meat, alcohol, tobacco, stale foods, fast
foods must not be taken at any cost. As the womb grows during pregnancy,
she must abstain from excessive work, heavy lifting, exercises, sitting
down to clean floors which could put pressure on the womb. Avoid taking
red chilli, green chili, asafoetida, fenugreek, carrots, cotton seed
oil, special medicines during pregnancy.
Working women during their
days of pregnancy and after conceiving must take special care of their
physical-mental health by taking good rest. Even men must attend towards
the same after taking good rest. Staying awake late at night weans away
the strength, intellect and health in very adverse ways. Even if you
are busy with office work, make sure to take good night's rest. You must
have seen how truck drivers work excessively hard perhaps a lot more
than others, but none of them own a nice home or a good vehicle. The
development of body, mind and intellect that is feasible with a good
night's sleep is not possible through a day's sleep.
- Rishi Prasad March 2014
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