कई बार हम असमंजस में पड़ जाते हैं, जैसे एक बार रघु राजा असमंजस में पड़ गए थे कि ब्राह्मण को बचाता हूँ तो राक्षस मर जायेगा और राक्षस को बचाता हूँ तो ब्राह्मण मर जायेगा । तो उन्होंने भगवान नारायण का इस प्रकार सुमिरन किया "
पातु माम भगवान विष्णु हरि नाम सत ....पातु मन भगवान विष्णु हरि नाम सत" और भगवान विष्णु ने राक्षस को मुक्ति प्रदान कर रघु राजा की दुविधा का समाधान किया था ।
Rohtak 20th June 2010
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