कालसर्पयोग (मृत्युयोग) है तो पानी में महामृत्युंजय मंत्र का जप करें और वो पानी आचमन लें और अपने ऊपर छिटकें और स्वास्तिक घर में रखें l
ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूर्भवः स्वः। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनांन्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्। स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं ह्रौं ॐ ।
हरिद्वार, १६ मई २०११
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