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Tuesday, March 23, 2010

सेहत के लिए आठ डॉक्टर

  1. सुबह सूर्योदय से कुछ समय पहले २५-५० लम्बे श्वास लिए और छोड़े "सुबह की वायु को, सेवन करत सुजान ताते मुख छवि बढ़त है, बुद्धि होत बलवान" नेत्र की ज्योति भी ठीक होगी, प्रसन्नता भी बढ़ेगी -१० नाक से श्वास लिया और मुंह से छोड़ा गर्दन पीछे करके २५ श्वास और गर्दन आगे करके 25 श्वास लिए
  2. भोजन ठांस-ठांस के ना करें और सुबह ज्यादा नाश्ते का आग्रह छोड़ दें रात का किया हुआ भोजन सुबह - बजे तक तो पचता रहता है टाइम ही खाएं भोजन सात्विक करें, बासी जूठा ना खाएं, पनीर, मावा और छैना ना खाएं
  3. सुबह-सुबह सूर्योदय के कुछ मिनट पहले कम से कम घूँट पानी पी लिए (डेड़-दो ग्लास) अगर मासिक, कब्ज़ है तो सवा लीटर ताम्बे का रात का रखा, थोड़ा गुनगुना पानी पियें
  4. हफ्ते में दिन उपवास ज़रूर करें, लेकिन उपवास के दिन हल्का भोजन या फलाहार लें नींबू पानी भी लेसकते हैं
  5. सूर्य उदय होने के आधा-पौना घंटे पहले वाले धूप हितकारी है सूर्य की किरण मिनट पेट की तरफ १० मिनटपीठ की तरफ खानी चाहिए लेकिन सिर पर कोई कपड़ा रख लें सूर्य की किरणों में सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, व्यायाम हितकारी है
  6. बिस्तर से उतरें, नीचे धरती पर चटाई-कम्बल आदि बिछा दिया l पूर्व की तरफ सिर कर दिया l श्वास बाहर फेंक दिए, पेट को अन्दर-बाहर - बार किया l योनी को संकोचन-विस्तरण २५ बार करो l फिर श्वास ले लो l फिर श्वास बाहर फेंको और शौच जाने की जगह को, जैसे घोड़ा लीद छोड़ता है, संकोचन-विस्तरण करता है, ऐसे करो l ऐसे श्वास लेकर करो तो १०० बार हो जायेगा l इसे बोलते हैं अश्विनी मुद्रा जो की त्रिदोषनाशक है l बवासीर और कब्ज़ में अदभुद लाभ होता है l स्वप्नदोष आदि में भी फायदा करता है l इससे बुद्धि में इजाफा होगा l कर्तित्व में आप सक्रिय हो जायेंगे l आपका मूलाधार केंद्र प्रभावशाली होगा l स्वाधिष्ठान केंद्र विकसित होगा l कुण्डलिनी जागरण में मदद मिलेगी l ध्यान भजन में बरकत होगी l

दाढ़ी (ठोडी) के बीच में जो खड्डा है, उसे दबाने पर भी कब्ज़ में फायदा होगा l

  1. उत्तम विचार, संकल्प सुदृढ़ हो इसलिए अच्छे सात्विक विचार वाले पुस्तक पढें संतों की वाणी सुनें

  2. सोने के पहले हाथ-पैर घंटा पहले सो जाओ सोते समय नमक अथवा शक्कर के बोरे की नाई बिस्तर पर ना गिरें सोने के समय ऐसा सोचे "मैं अंतर्यामी प्रभु से मिलने जा रहा हूँ" हो सके तो कमरे में गाय के कंडे में - बूँद गाय के घी की डालकर धूप करें इससे उर्जायी प्राणवायु बनेगी जैसे शादी से पहले बेन्ड- बाजे बजते हैं......ऐसे ही जीवात्मा-परमात्मा का रात्रि को मिलन होता है .....इसलिए हास्य प्रयोग करके वातावरण आनंदित उत्सवमय बना दो अगर गुरु से कोई मार्गदर्शन चाहिए तो कंठ में गुरूजी का ध्यान करो फिर सीधे लेट जाओ और श्वासों की गिनती करो इस प्रकार की नींद आपकी योगनिद्रा बन जाएगी सुबह नींद से उठो, थोड़ी देर शांत बैठो (संकल्प रहित अवस्था में) मिनट श्वासों की गिनती करो दिनचर्या का सिंहावलोकन करो कोई निर्णय लेना हो तो विचार करके लो

Ranchi 11st March 2010


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