स्वास्थ्य व पर्यावरण सुरक्षा का अमोग उपाय – गाय का घी
देशी गाय का घी शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास एवं रोग-निवारण के साथ पर्यावरण-शुद्धि का एक महत्त्वपूर्ण साधन है |
इसके सेवन से –
१) बल, वीर्य व आयुष्य बढ़ता है, पित्त शांत होता है |
२) स्त्री एवं पुरुष संबंधी अनेक समस्याएँ भी दूर हो जाती है |
३) अम्लपित्त (एसिडिटी) व कब्जियत मिटती है |
४) एक गिलास दूध में एक चम्मच गोघृत और मिश्री मिलाकर पीने से शारीरिक, मानसिक व दिमागी कमजोरी दूर होती है |
५) युवावस्था दीर्घकाल तक रहती है | काली गाय के घी से वृद्ध व्यक्ति भी युवा समान हो जाता है |
६) गर्भवती माँ घी – सेवन करे तो गर्भस्थ शिशु बलवान, पुष्ट और बुद्धिमान बनता है |
७) गाय के घी का सेवन ह्रदय को मजबूत बनता है | यह कोलेस्ट्रोल को नहीं बढाता | दही को मथनी से मथकर बनाये गये मक्खन से बना घी ह्रदयरोगों में भी लाभदायी है |
८) देशी गाय के घी में कैंसर से लड़ने व उसकी रोकथाम की आश्चर्यजनक क्षमता है |
ध्यान दें : घी के अति सेवन से अजीर्ण होता है | प्रतिदिन १० से १५ ग्राम घी पर्याप्त है |
नाक में घी डालने से –
१) मानसिक शांति व मस्तिष्क को शांति मिलती है |
२) स्मरणशक्ति व नेत्रज्योति बढती है |
३) आधासीसी (माइग्रेन) में राहत मिलती है |
४) नाक की खुश्की मिटती है |
५) बाल झड़ना व सफ़ेद होना बंद होकर नये बाल आने लगते हैं |
६) शाम को दोनों नथुनों में २ – २ बूंद गाय का घी डालने तथा रात को नाभि व पैर के तलुओं
में गोघृत लगाकर सोने से गहरी नींद आती है |
मात्रा : ४ से ८ बूंद
गोघृत से करें वातावरण शुद्ध व पवित्र
१) अग्नि में गाय के घी की आहुति देने से उसका धुआँ जहाँ तक फैलता है, वहाँ तक का सारा वातावरण प्रदुषण और आण्विक विकिरणों से मुक्त हो जाता है | मात्र १ चम्मच गोघृत की आहुति देने से एक टन प्राणवायु (ऑक्सीजन) बनती है, जो अन्य किसी भी उपाय से संभव नहीं है |
२) गोघृत और चावल की आहुति देने से कई महत्त्वपूर्ण गैसे जैसे –इथिलिन ऑक्साइड, प्रोपिलिन ऑक्साइड, फॉर्मलडीहाइड आदि उत्पन्न होती है | इथिलिन ऑक्साइड गैस आजकल सबसे अधिक प्रयुक्त होनेवाली जीवाणुरोधक गैस है, जो शल्य – चित्किसा (ऑपरेशन) से लेकर जीवनरक्षक औषधियाँ बनाने तक में उपयोगी है |
३) मनुष्य-शरीर में पहुँचे रेडियोधर्मी विकिरणों का दुष्प्रभाव नष्ट करने की असीम क्षमता गोघृत में है |
देशी गाय का घी शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास एवं रोग-निवारण के साथ पर्यावरण-शुद्धि का एक महत्त्वपूर्ण साधन है |
इसके सेवन से –
१) बल, वीर्य व आयुष्य बढ़ता है, पित्त शांत होता है |
२) स्त्री एवं पुरुष संबंधी अनेक समस्याएँ भी दूर हो जाती है |
३) अम्लपित्त (एसिडिटी) व कब्जियत मिटती है |
४) एक गिलास दूध में एक चम्मच गोघृत और मिश्री मिलाकर पीने से शारीरिक, मानसिक व दिमागी कमजोरी दूर होती है |
५) युवावस्था दीर्घकाल तक रहती है | काली गाय के घी से वृद्ध व्यक्ति भी युवा समान हो जाता है |
६) गर्भवती माँ घी – सेवन करे तो गर्भस्थ शिशु बलवान, पुष्ट और बुद्धिमान बनता है |
७) गाय के घी का सेवन ह्रदय को मजबूत बनता है | यह कोलेस्ट्रोल को नहीं बढाता | दही को मथनी से मथकर बनाये गये मक्खन से बना घी ह्रदयरोगों में भी लाभदायी है |
८) देशी गाय के घी में कैंसर से लड़ने व उसकी रोकथाम की आश्चर्यजनक क्षमता है |
ध्यान दें : घी के अति सेवन से अजीर्ण होता है | प्रतिदिन १० से १५ ग्राम घी पर्याप्त है |
नाक में घी डालने से –
१) मानसिक शांति व मस्तिष्क को शांति मिलती है |
२) स्मरणशक्ति व नेत्रज्योति बढती है |
३) आधासीसी (माइग्रेन) में राहत मिलती है |
४) नाक की खुश्की मिटती है |
५) बाल झड़ना व सफ़ेद होना बंद होकर नये बाल आने लगते हैं |
६) शाम को दोनों नथुनों में २ – २ बूंद गाय का घी डालने तथा रात को नाभि व पैर के तलुओं
में गोघृत लगाकर सोने से गहरी नींद आती है |
मात्रा : ४ से ८ बूंद
गोघृत से करें वातावरण शुद्ध व पवित्र
१) अग्नि में गाय के घी की आहुति देने से उसका धुआँ जहाँ तक फैलता है, वहाँ तक का सारा वातावरण प्रदुषण और आण्विक विकिरणों से मुक्त हो जाता है | मात्र १ चम्मच गोघृत की आहुति देने से एक टन प्राणवायु (ऑक्सीजन) बनती है, जो अन्य किसी भी उपाय से संभव नहीं है |
२) गोघृत और चावल की आहुति देने से कई महत्त्वपूर्ण गैसे जैसे –इथिलिन ऑक्साइड, प्रोपिलिन ऑक्साइड, फॉर्मलडीहाइड आदि उत्पन्न होती है | इथिलिन ऑक्साइड गैस आजकल सबसे अधिक प्रयुक्त होनेवाली जीवाणुरोधक गैस है, जो शल्य – चित्किसा (ऑपरेशन) से लेकर जीवनरक्षक औषधियाँ बनाने तक में उपयोगी है |
३) मनुष्य-शरीर में पहुँचे रेडियोधर्मी विकिरणों का दुष्प्रभाव नष्ट करने की असीम क्षमता गोघृत में है |
- Rishi Prasad Sept 2013
Benefits of cow's clarified butter
The best means to good health and saving the environment - Using clarified butter
Clarified butter obtained from
indigenous cows enhances physical, mental and intellectual health, rids
us of diseases and also augments purification of atmosphere.
Through its use,
1. One gains strength, virility and longevity. It alleviates any excess bile.
2. Many hidden health problems pertaining to both men and women can be alleviated.
3. It cures high acidity and constipation.
4. Taking one glass of milk with a spoon of clarified butter and rock sugar leads to physical, mental and intellectual growth.
5. It retains youth for a longer time. Clarified butter from a black cow can bring forth youth in even aged persons.
6. Regular intake by pregnant women benefit the child in womb by making him stronger, healthier and more intelligent.
7. Regular consumption of
clarified butter makes the heart stronger. It does not allow the
cholesterol to increase. Clarified butter made from butter extracted by
churning curd is extremely beneficial in numerous heart ailments.
8. Clarified butter made from indigenous cows is also a potent medicine against all forms of cancer.
Caution: Excess consumption of clarified butter can lead to indigestion. Daily intake of 10 to 15 grams is adequate.
Taking clarified butter through nose
1. It has a soothing effect and enhances peace of mind.
2. It augments memory power and eye sight.
3. Provides relief during migraine.
4. Removes dryness and flaking inside the nose.
5. Hair loss and greying of hair stops completely and infact, new hair begin to grow.
6.
One gets deep sleep by putting 2-2 drops in one's nostrils and rubbing
it on belly button and sole of feet during evening time.
Dosage: Maximum 4 to 8 drops.
Purify the environment using cow's clarified butter
1.
By offering oblations of clarified butter in fire, the environment
becomes free from pollution and harmful particulates to the entire
extent of the spread of the smoke. Just by putting one spoon of oblation
is adequate to generate one ton of purified oxygen in the air. This is
not feasible by any other means.
2. Offering oblation of
clarified butter with rice leads to release of some really vital gas
like - ethylene oxide, propylene oxide, formaldehyde, etc. These gases
are extremely potent in removing harmful bacteria or organisms and so,
are also used in surgeries in the form of life saving medical cases.
3. Clarified butter has tremendous capacity to rid the body of any aberrations due to exposure to radiothermy.
- Rishi Prasad Sept 2013
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