जिस कन्या का
विवाह न हो पा रहा हो उसके स्नान के जल में आम के पुष्पों की थोड़ी-सी मंजरी वसंत
पंचमी (१६ फरवरी) से लेकर पूर्णिमा ( २७ फरवरी) तक नित्य डालें | उस जल से कन्या
स्नान करें | प्रतिदिन स्नान के बाद पूजास्थान में शांत बैठ के कन्या कुछ देर माता
पार्वती का स्मरण, चिंतन व उनसे प्रार्थना करे | इससे विवाह में आनेवाली रूकावटे
दूर होकर कार्य-साफल्य होता है |
ऋषिप्रसाद
– फरवरी २०२१ से
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