१०० ग्राम खजूर
में ८०४ मि.ग्रा. पोटैशियम, ३ मि.ग्रा. सोडियम, ३ मि.ग्रा. लौह तत्त्व, ७४
मि.ग्रा. मैग्नेशियम तथा ७३ मि.ग्रा. फ़ॉस्फोरस पाया जाता है |
खजूर रात को भिगो
दें, सुबह उन्हें मसलकर एकदम रसमय बना के सेवन करें तो रक्त बढ़ेगा, मांसपेशियाँ
मजबूत होंगी और साथ-साथ में धातु की दुर्बलता भी दूर होगी |
खजूर मस्तिष्क और
ह्रदय के लिए रसायन तो है ही, साथ ही यह आँतों की कमजोरी को दूर कर उन्हें पुष्ट
करता है, शक्ति और सक्रियता देता है और आँतों के जो हानिकारक जीवाणु हैं उनको नष्ट
करता है | खाना हजम नहीं होता, डकारें आती हैं – इन समस्याओं को भी खजूर दूर करता
है | यह १४० प्रकार की बीमारियों को जड़ से उखाद्नेवाला है |
सेवन मात्रा : बड़ों के लिए ३ से ५ एवं बच्चों के लिए २ से ४ खजूर
जिनको नशा करने से
शरीर में हानि हो गयी है, अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ रही है ऐसे लोग भी
खजूर के द्वारा जहर को निकालकर स्वास्थ्य पा सकते हैं | शराबी के शरीर में जो
हानिकारक तत्त्व छुपे है उन्हें निकालने में भी खजूर काम करेगा |
कब्ज – निवारण हेतु
जिसको पेट साफ
नहीं आता वह रात को २०० मि.ली. पानी में ८-१०
खजूर भिगो दे | सुबह ३०० मि.ली. पानी और डाल के खजूर को मसल के गुनगुना करे और चाय
की नाइ चुसकी ले के पिये | यह प्रयोग २ – ४ दिन करें | इससे आँते बलशाली,
शक्तिशाली होती है और पाचक रस ज्यादा बनने से भोजन भी अच्छी तरह से पचाती हैं |
बच्चो के दस्त में
:
बच्चों को दाँत
आते है उस समय या तो जुलाब हो जाते हैं या पेचिश हो जाती है | ऐसे में खजूर और शहद
अच्छी तरह से खूब रगड – रगड के मिला के दिन में २-३ बार आधा-आधा चम्मच चटा देवें |
बच्चों के दस्त, पेचिश सब ठीक हो जायेंगे |
ऋषिप्रसाद – फरवरी २०२१से
No comments:
Post a Comment