रात को भगवान की स्मृति करते करते सो जाओ | सुबह उठोगे तो श्वास चलता है ...बड़ा शांत श्वास चलेगा ..तो अगर १०-१५ सैकेंड भी आप शांत रह गए तो बड़ा भारी लाभ होगा | सारे तीर्थ करने से भी आप को बड़ा ऊँचा फल होगा | सुबह नींद तो खुल जाये पर आँख न खुले पड़े रहो .... आलस कर के नींद में न पड़े रहो .... मीठी स्मृति ॐ..ॐ.. जैसे बच्चा माँ के गोद में ऐसे निश्चिन्त ...मैं भगवान का भगवान मेरे .... ॐ ....ॐ बोलने की भी जरुरत नहीं है स्मृति .... १ मिनट ....२ मिनट ....४ मिनट रस आने लगे....भगवत रस आने से संसारी – विकारी रस में आप की तबाही रुक जाएगी |
For spiritual nectar :-
Go to sleep while remembering God. When you get up, breath is very slow... then if you can maintain silence for 10-15 seconds, it becomes very beneficial. It offers benefits much higher than visiting all holy places. When you wake up in the morning, dont open your eyes, stay lied down.... dont lazily sleep .... Sweet remembrance AUM AUM... just like a child is carefree in mother's lap.... I belong to God... God is mine.. Dont even need to say AUM.. AUM... Remembrance .. 1 minute ... 2 minutes... 4 minutes... Let the nectar flow... With divine nectar, all the damge done by wordly cravings will get curbed.
- पूज्य बापूजी Lucknow 14th April 2012
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