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Tuesday, January 15, 2013

उत्तरायण / सूर्य मंत्र

 सूर्य मंत्र है ..

 ॐ ध्रीं सूर्य आदित्येम् ।

इसका जप करें । वो ब्रह्मवेत्ता महाव्याधि और भय, दरिद्रता और पाप  से मुक्त हो जाता है ।
सूर्य देव का मूल मंत्र है --

ॐ ह्रां ह्रीं सः सूर्याय नमः ।

ये पद्म पुराण में आता है ....
सूर्य नमस्कार करने से ओज, तेज और बुद्धि की बढोत्तरी होती है |

ॐ सूर्याय नमः ।
ॐ रवये नमः ।
ॐ भानवे  नमः ।
ॐ  खगाय नमः ।
ॐ अर्काय नमः ।
आदि

सूर्य नमस्कार करने से आदमी ओजस्वी, तेजस्वी और बलवान बनता है इसमें प्राणायाम भी हो जाते हैं ।

Uttarayan / Surya Mantra

Surya Mantra is as follows:

AUM DHRIEM SURYA AADYITYEM |

Oh Sun Lord! You are the Brahmavetta who frees us of our ailments and fear, poverty and sins.
The core surya mantra is as follows:

AUM HRAAM HREEM SAH SURYAAY NAMAH |

This has been mentioned in Padma Purana....
Doing Surya Namaskar everyday improves fertility, vigour and intellect.

AUM SURYAAY NAMAH |
AUM RAVAYE NAMAH |
AUM BHANAVE NAMAH |
AUM KHAGAAYA NAMAH |
AUM ARKAAYA NAMAH |


Doing Surya namaskar also offers the benefit of doing pranayam at the same time. 

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- Pujya Bapuji Ahemdabad 12th Jan' 2013

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