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Friday, March 15, 2013

होली विशेष –

होली का दिन चंद्रमा का प्रागट्य दिन है | जो लोग सदा किसी न किसी दुःख से पीड़ित रहते हो , तो दुःख और शोक दूर करने के लिए विष्णु-धर्मोत्तर ग्रंथ में बताया है कि होली के दिन भगवान के भूधर स्वरुप अर्थात पृथ्वी को धारण करनेवाले भगवान का ध्यान और जप करना चाहिये | मंत्र बोलना चाहिये होली के दिन इनका विशेष माहात्म्य और फायदे है -

ॐ भूधराय नम:..... ॐ भूधराय नम: ..... ॐ भूधराय नम:

और नीचे श्लोक एक बार बोलना और भगवान को, गुरु को विशेषरूप से प्रणाम और पूजन कर लें –

धरणीम् च तथा देवीं अशोकेती च कीर्तयेत् |
यथा विशोकाम धरणी कृत्वान्स्त्वां जनार्दन: ||


( हे भगवान जब जब भी पृथ्वी देवी असुरों से पीड़ित होकर आपको पुकारती है , तब तब आप राक्षसों का वध करते है और पृथ्वी को धारण करके उसका शोक दूर कर देते है | ऐसे आप भगवान मेरे भी शोक, दुःख आदि का हरण करे और मुझे धारण करें | ) खाली होली के दिन ये करें |

और होली के रात को चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिये | जिनके घर मे पैसों की तंगी रहती है, आर्थिक कष्ट सहना पड़ता है | तो होली के रात दूध और चावल की खीर बनाकर चंद्रमा को भोग लगाये | पानी, दूध, शक्कर, चावल मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दे , दिया जलाकर दिखायें और थोड़ी देर चंद्रमा की चाँदनी में बैठकर गुरुमंत्र का जप करें | और प्रार्थना करें हमारे घर का जो आर्थिक संकट है वो टल जायें, कर्जा है तो उतर जाये | होली की रात फिर बैठकर जप करें बहुत फायदा होगा | चंद्रमा उदय होने पर चंद्रमा में भगवान विष्णु, लक्ष्मी और सूर्य की भावना करके अर्घ्य देना चाहिये , कि सामने भगवान विष्णु ही बैठे है | भगवान ने गीता में कहा ही है कि नक्षत्रों का अधिपति चन्द्रमा मैं ही हूँ | ये शास्त्रों की बात याद रखे कि दुःख की और कर्जे की ताकत नहीं कि उस आदमी के सिर पर बना रहे |

श्रीर्निषा चन्द्र रुपस्त्वं वासुदेव जगत्पते |
मनोविलसितं देव पूर्यस्व नमो नमः ||

ॐ सोमाय नम: | 

ॐ नारायणाय नम: | 
ॐ श्रीं नम: |
लक्ष्मीजी का मंत्र – ॐ श्रीं नम: होली की रात घर मे आर्थिक परेशानी को दूर भगाने वाला ये सरल प्रयोग है |

Holi Special
Holi is the day of origin of Moon. Those who are constantly facing problems in life, it is mentioned in Vishnu-Dharmottar Purana that to rid oneself of these pangs, one should meditate on the Lord in the form of one who beholds the earth and then do japa. One must then recite the following mantras ....

AUM BHUDHARAAYA NAMAH.......... AUM BHUDHARAAYA NAMAH.......... AUM BHUDHARAAYA NAMAH..........
then , bow down to Lord, pay special obeisances to your Guru after reciting the following shloka -

DHARANEEM CHA TATHA DERVEE ASHOKETI CHA KIRTAYET |
YATHA VISHOKAAM DHARANI KRITVANASTAVAM JANAARDANAH ||


(Oh Lord, whenever earth cries out for help to You when troubled with devilish intentions, then you appear on earth to kill the devils and rid the earth of its pains of sorrow. In a similar way, please Lord also take away my sorrows, pains and behold me). Pray this only on the eve of Holi.

On the night of Holi, one must offer oblations to Moon. Those facing financial troubles at home should offer ric pudding made of milk to Moon. Light a lamp and for a while, sit in moonlight and do your Gurumantra japa. Then pray that all financial tensions at home get resolved. Then do your normal japa at home, You will immensely benefit from this.

On moonrise, pray on the presence of lord Vishnu, Lakshmi and Sun Lord in Him and offer all oblations. Lord has mentioned in Gita that Moon is the ruler of all constellations. So, remember this scriptural truth that after this practice no sorrow or monetary problem can ever set foot in their life again.

SRIRNISHA CHANDRA RUPASTAVAM VASUDEVA JAGATPATYE |
MANOVILASITAM DEVA PURYASVA NAMO NAMAH ||

AUM SOMAYA NAMAH |
AUM NARAYANAAYA NAMAH |
AUM SHREEM NAMAH |

Mantra for Goddess Lakshmi - reciting 'AUM SHREEM NAMAH' on the night of Holi is also beneficial in driving away monetary problems in life easily.

Listen Audio

- Shri Sureshanandji  19th Feb' 2013 Aurangabad
                         

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