लोग पाक बनाते हैं,
उसमें सूखा मेवा आदि डालते हैं | जो हजम कर सकते हैं उनके लिए ठीक है लेकिन जो
सीधे बादाम खाते हैं उनके लिए आगे चलकर ब्लॉकेज, हार्ट-अटैक होने की सम्भावना बन
जाती है, गुर्दों पर भार पड़ता है | इसलिए एक बादाम रात को भिगो दें ( धीरे-धीरे
बढाकर ५ तक ले सकते हैं ) और सुबह खूब चबाकर खायें | ऐसा चबा लें मानो मक्खन जैसा
हो जाय | बच्चों के लिए एक बादाम को खरल में ऐसा रगड़ें कि वह मक्खन जैसा बन जाय |
उसमें १ ग्राम शहद डाल के चटायें तो बच्चे भी बड़े मजबूत बनेंगे |
लोग ताकत के लिए खूब
बादाम खाते हैं लेकिन बेवकूफी है | बादाम, काजू या पिस्ता आदि अधिक नही खाने चाहिए
| कभी १ काजू, कभी १ अखरोट तो कभी १ बादाम रात को भिगो दें | कभी मतलब १० दिन
काजू, १० दिन बादाम.... इस प्रकार प्रयोग करें | १, २, ३.... बढ़ाते – बढ़ाते ५ तक
ले सकते हैं | भिगोकर खाने से ये सुपाच्य बनते हैं | एक बादाम चबा-चबाकर उसे
प्रवाही बना के पी लो तो १० बादाम खाने की ताकत आती है | बादाम से बुद्धिशक्ति में
वृद्धि होगी | अखरोट से दिमाग तेज और बढिया होगा और काजू से मानसिक कमजोरी दूर
होगी, निर्भीकता आयेगी |
किशमिश का लाभ
रक्त बढ़ाने के लिए भोजन
के आधा घंटे के बाद अंगूर का रस लें अथवा रात को किशमिश भिगो के रखें और सुबह उसका
रस बना के २५ ग्राम रस और भिगोयी हुई किशमिश का २५-३० ग्राम पानी मिला के भोजन के
आधे घंटे बाद पियें एक महीने तक | पेट फूला – फूला रहता हो, अपच हो, अफरा हो, दिल
का दौरा अथवा चक्कर, सिरदर्द, दुबलापन, हीमोग्लोबिन की कमी अथवा बच्चों की
दुर्बलता, बच्चों को कब्जियत की तकलीफ हो तो यह प्रयोग फायदा करता है |
ऋषिप्रसाद – नवम्बर २०१८
से
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