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Sunday, November 21, 2021

शीत ऋतू हेतु बल – संवर्धक प्रयोग

 शीत ऋतू : २३ अक्टूबर से १७ फरवरी 

बल व पुष्टिदायक एवं अनेक गुणों से भरपूर पानक 

२ बादाम, १ इंच नारियल का टुकड़ा अथवा १० – १५ मूँगफली , १ – २ अंजीर, २- ४ खजूर, थोड़ी-सी किशमिश अथवा मुनक्का – ये सब रात को पानी में भिगो दें | सुबह बादाम के छिलके उतर के सभी सामग्री उसी पानी के साथ मिक्सी आदि से महीन पीसकर लें | इसमें शहद भी डाल सकते है |

अगर कोई बादाम, अंजीर जैसी महँगी चीजें न खरीद सके तो सूखे नारियल की गिरी, मूँगफली व खजूर आदि कम दामवाली चीजों का उपयोग करके भी पंक बना सकते हैं |

यह बल व पुष्टिदायक तथा मस्तिष्क पोषक है | इसके सेवन से विभिन्न प्रकार के विटामिन्स तथा लौह, कैल्शियम, फॉर्स्फोरस आदि खनिज तत्त्व प्राप्त होते हैं | यह दुर्बलता को मिटाता है | मांसपेशियों, आँतों व ज्ञानतंतुओ की कमजोरी को दूर करता है | यह सगर्भावस्था में भी लाभकारी है |

पानक – सेवन से काफी लोगों के स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव देखने को मिला है | कमजोरी, रक्ताल्पता आदि विभिन्न समस्याओं में भी लोगों को इससे चमत्कारिक लाभ हुआ है |

आयुर्वेद के ग्रन्थ ‘अष्टांगह्रदय’ में पानक के बारे में आता है :

श्रमक्षुत्तृटक्लमहरं पानकं प्रीणनं गुरु ||

‘यह शारीरिक थकावट, भूख, प्यास, तथा मानसिक सुस्ती को हटाता है | यह तृप्तिकारक तथा पचने में भारी होता है |’ यह जिस प्रकार के द्रव्यों से बनाया जाता है, तदनुसार गुणोंवाला होता है | अत: अपनी आवश्यकतानुसार पानक में संबंधित द्रव्य विशेषरूप से डालने चाहिए | जैसे – 

नींद ठीक से न आने पर खसखस |

रक्त की कमी में मुनक्का, काली द्राक्ष और खजूर 

मस्तिष्क की दुर्बलता में अखरोट, बादाम, खरबूजे या पेठे के बीज |

आँतों की कमजोरी, कब्जियत मेंखजूर, मुनक्का, किशमिश, अंजीर |

स्मरणशक्ति बढाने हेतुकाजू |

नेत्रज्योति बढाने के लिए बादाम |

सेवन-विधि : पानक का सेवन सुबह खाली पेट करें व सेवन के बाद भूख लगने पर भोजन करें | प्रयोग के दौरान आसन, प्राणायाम, व्यायाम आदि अवश्य करें ताकि भूख खुलकर लगे | 




खजूर की खीर

लाभ : १] इसके सेवन से वजन व बल बढ़ता है | 

२] यह आमाशय को बल देती है, सूखी खाँसी, क्षयरोग आदि रोगों में लाभदायक है |

३] स्वप्नदोष तथा विभिन्न व्याधियों के कारण उत्पन्न दुर्बलता, ह्रदय की कमजोरी व रक्ताल्पता में यह बहुत ही लाभदायी है |

विधि : ५ से ७ खजूर रात को पानी में भिगो दें | सुबह गुठलियों निकाल के उसी पानी में खजूर मसल लें | इन्हें २०० मि.ली. दूध में मिला के धीमी आँच पर उबालें | इसमें इलायची तथा रात को भिगोये हुए १ – २ बादाम छिलके उतार के पीसकर मिला सकते हैं | यह सस्ता, महाशक्तिवर्धक योग है |

मेथी की बर्फी 

लाभ : मेथीदाना वात – वाहिनियों को बल प्रदान करता है | मेथी की बर्फी कमरदर्द, घुटनों का दर्द, सायटिका में तथा प्रसूति के बाद दूध बढाने व गर्भाशय की शुद्धि  केलिए विशेष लाभदायी है | इसमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होने से यह हड्डियों व जोड़ों को मजबूत बनाती है |

सामग्री : १०० ग्राम गेहूँ का आटा, १०० ग्राम शुद्ध घी अथवा तिल या मूँगफली का कच्ची घानी का तेल, १०० ग्राम पुराना गुड़, ५ ग्राम सोंठ, ५० ग्राम मेथी का महीन पिसा आटा ( मेथी को रातभर छाछ में भिगोकर रखें | दिन में छाया में सुखाये फिर पिस लें | इससे मेथी की कडवाहट बहुत कम हो जाती है | )

विधि : गेहूँ के आटे को घी अथवा तेल में धीमी आँच पर सुनहरा होने तक सेंक लें | गुड़ की चाशनी बनाकर उसमें गेहूँ का सेंका हुआ आटा, मेथी का आटा व सोंठ मिला के थाली में फैला दें | छोटे – छोटे टुकड़े काट लें | यह बर्फी स्वाद में थोड़ी कडवी लगती है लेकिन स्वास्थ्य के लिए बड़ी हितकर है | 

बादाम के पुष्टिकारक प्रयोग 

रात को २ से ३ बादाम पानी में भिगो दें | सुबह छिलके उतार के जैसे हाथ से चंदन घिसते हैं इस तरह घिस के दूध में मिलाकर सेवन करें | इस प्रकार से घिसा हुआ १ बादाम १० बादाम की शक्ति देता है | इस प्रयोग से मस्तिष्क को शक्ति मिलेगी, बल एवं वीर्य की वृद्धि होगी और शरीर पुष्ट होगा |

शिशुओं के विकास के लिए : रात को १ बादाम पानी में भिगो दें | सुबह छिलके उतारकर उपरोक्त विधि के अनुसार घिर के अत्यंत महीन बना लें | इसमें थोडा-सा शहद मिलाकर सुबह खाली पेट शिशु को धीरे-धीरे साफ़ ऊँगली से चटायें | यह शिशु को चौथे माह से दे सकते हैं | इससे उसका मानसिक एवं शारीरिक विकास अच्छा होगा |

सर्दियों में मधुमेह वालों के लिए बलदायक प्रयोग 

१] १ से ३ ग्राम मेथीदाना रात में भिगोकर सुबह खाली पेट चबा-चबा के खायें |

२] अश्वगंधा चूर्ण : २ – २ ग्राम सुबह शाम लें |

३] आँवला पावडर में आधा भाग हल्दी मिला के मिश्रण बनाकर रखें व २ -२ ग्राम सुबह-शाम सेवन करें अथवा १५ से २० मि. ली. आँवला रस में ५ से १० मि. ली. ताज़ी हल्दी का रस मिला के सेवन करें |

४] वज्र रसायन टेबलेट की २ गोली सुबह खाली पेट घी अथवा पानक के साथ लेना लाभदायी है |

                                                                                                                        

                                                                                                                        ऋषिप्रसाद – नवम्बर २०२१ से 


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