२३ नवम्बर : अंगारकी – मंगलवारी चतुर्थी ( सूर्योदय से रात्रि १२-५६ तक )
२५ नवम्बर : गुरुपुष्यामृत योग ( सूर्योदय से शाम ६-५० तक ) ( ध्यान, जप, दान, पुण्य महाफलदायी )
३० नवम्बर : उत्पत्ति एकादशी ( धन, धर्म व मोक्ष प्रदायक व्रत )
७ दिसम्बर : मंगलवारी चतुर्थी ( सूर्योदय से रात्रि ११ – ४२ तक )
१४ दिसम्बर : श्रीमदभागवदगीता जयंती, मोक्षदा एकादशी ( पापहारी, कामानापुरक व्रत| इसके पुन्य्दान से नीच योनि में पड़े पितर मोक्ष पाते हैं | माहात्म्य पड़ने-सुनने से
वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है | )
ऋषिप्रसाद – नवम्बर २०२१ से
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