बेल के ताजे पके हुए फलों के आधा किलो गूदे को दो लीटर पानी में धीमी आँच पर पकायें। एक लीटर पानी शेष रहने पर छान लें। उसमें दो किलो मिश्री मिला के गाढ़ी चाशनी बनाकर काँच की शीशी में भर के रख लें। चार से छः चम्मच (20 से 40 मि.ली.) शरबत शीतल पानी में मिलाकर दिन में एक दो बार पियें।
सावधानीः पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है।
ऋषि प्रसाद, मई 2010
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