Search This Blog

Sunday, September 12, 2010

संतान के सुख के लिए |

आश्विन कृष्ण अष्टमी (इस वर्ष १ अक्टूबर) के दिन अभिमन्यु कि पत्नी उत्तरा ने
भगवन श्री कृष्ण से अपने बेटे के लिए जीवन दान माँगा था|
१ अक्टूबर को माताएं बिना नमक  मिर्च का भोजन करें और भगवान और गुरु से
प्रार्थना करें कि मेरा बेटा-मेरी बेटीको "तू सफलता देना, सिद्धि देना| वे दीर्घायु
हो , मेरी बेटी को अच्छा घर और वर देना|" |
इस प्रकार माता प्रार्थना करें और
चन्द्रमा को अर्घ्य दें तो बच्चे को सफलता कदम कदम पर मिलेगी
अगर किसी को संतान नहीं हो तो उन्हें संतान की प्राप्ति होगी|

२७ अगस्त भिवाड़ी, श्री सुरेशानंदजी |

No comments: