विधि : १ से ३ मीठे छुहारे रात को पानी में भिगो दें | सुबह गुठली निकालकर पीस लें | एक कटोरी दूध में थोडा पानी, पिसे छुहारे व मिश्री मिला के उबाल लें | खीर तैयार !
लाभ : यह खीर बालकों के शरीर में रक्त, मांस, बाल तथा रोगप्रतिकारक शक्ति बढाती है | टी.बी., कुक्कर खाँसी, सुखारोग आदि से बच्चों का रक्षण करती हैं | गर्भिणी स्त्री यदि तीसरे महीने से इसका नियमित सेवन करे तो गर्भ का पोषण उत्तम होता है | कुपोषित बालकों व गर्भिणी स्त्रियों के लिए यह खीर अमृततुल्य है |
लाभ : यह खीर बालकों के शरीर में रक्त, मांस, बाल तथा रोगप्रतिकारक शक्ति बढाती है | टी.बी., कुक्कर खाँसी, सुखारोग आदि से बच्चों का रक्षण करती हैं | गर्भिणी स्त्री यदि तीसरे महीने से इसका नियमित सेवन करे तो गर्भ का पोषण उत्तम होता है | कुपोषित बालकों व गर्भिणी स्त्रियों के लिए यह खीर अमृततुल्य है |
Milk porridge made from Chhuara (a type of date)
How to prepare: Soak 1-3 sweet chhuara overnight. Remove the seeds in the morning. Take a bowl of milk, with little water, mashed chhuara and rock sugar, boil them together. Porridge is ready!
Benefits: This porridge
enhances the blood level in the body, nourishes the muscles, hair
follicles and enhances immunity. Tuberculosis, dry cough, dehydration,
etc. and many other ailments can be prevented in children. If pregnant
women take this regularly from their third month, it nourishes the womb
greatly. For malnourished children or expectant mothers, this porridge
is like ambrosia.
लोक कल्याण सेतु – नवम्बर २०१३ से
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