बलवर्धन का काल – शीत ऋतू
शीत ऋतू में पौष्टिक पदार्थों व रसायन द्रव्यों का सेवन कर सम्पूर्ण वर्ष के लिए आवश्यक बल को युक्तिपूर्वक संगठित करना चाहिए |
बलप्रदायक प्रयोग
रात को ५० ग्राम देशी चने पानी में भिगो दें | सुबह उनमे हरा धनिया, पालक, गाजर, पत्तागोभी, मूली सब कच्चे ही काट के दाल दें | इसमें पिसी हुई काली मिर्च व सेंधा नमक मिलाकर नींबू निचोड़ दें | इस नाश्ते के रूप में खूब चबा-चबाकर खायें | दोपहर के भोजन के बाद पके हुए १ – २ केले खायें | यह प्रयोग पुरे शीतकाल में करने से शरीर पुष्ट, सुडौल व बलवान बनता है | रक्त की भी वृद्धि होती है |
एक चम्मच मक्खन, उतनी ही पिसी मिश्री व एक चुटकी पिसी हुई काली मिर्च को खूब मिलाकर चाट लें | ऊपर से कच्चे नारियल (अष्टमी को नारियल न खायें) के २ – ३ टुकड़े व थोड़ी –सी सौंफ खा लें | बाद में १ कप गर्म दूध पियें | इसे और पौष्टिक बनाने के लिए २ – ३ बादाम रात को पानी में भिगोकर सुबह चंदन की तरह घिस के मक्खन –मिश्री में मिलाकर लें |
पौष्टिक छुहारा
खजूर को सुखाकर छुहारा बनाया जाता है | सुलभ व सस्ते छुहारे अपने में शक्ति का खजाना सँजोये हुए हैं | उनमें लौह, कैल्शियम, फॉस्फोरस व ताँबा विपुल मात्रा में पाया जाता है | दूध के साथ छुहारों का सेवन करने से रक्त व मांस की वृद्धी होती है | अस्थियों मजबूत बनती हैं | वीर्य पुष्ट होता है | ह्रदय व फेफड़ों को बल मिलता है | दुर्बलता के कारण होनेवाला अनियमित मासिक समय पर होने लगता है |स्वप्नदोष तथा विभिन्न व्याधियों के कारण उत्पन्न दुर्बलता, हृदय की कमजोरी व रक्ताल्पता में दूध के साथ छुहारों का सेवन बहुत ही लाभदायी है | इससे कब्ज तथा कमर का दर्द भी दूर होता है | यह प्रयोग रात को करने से स्वर सुरीला होता है | बालकों की बिस्तर में मूत्र त्यागने की तकलीफ दूर होती है |
सेवन-विधि : २०० मि.ली. दूध में उतना ही पानी व ३ – ४ छुहारे (गुठली निकालकर) मिला के धीमी आँच पर पानी जल जाने तक उबालें | ठंडा होने पर छुहारे खाकर ऊपर से दूध पियें | दूध को अगर लोहे के बर्तन में उबाला जाय तो विशेष शक्तिदायक होगा |
इसके सेवन के बाद डेढ़-दो घंटे तक पानी नहीं पीना चाहिए | ३ – ४ माह तक लगातार सेवन करने से मुख का सौंदर्य व कांति बढती है | केश घने व लम्बे होते हैं | यह प्रयोग सभी उम्र के व्यक्तियों के लिए बलकारी है |
टिप्पणी : श्वास के रुग्ण केवल २ – २ छुहारे सुबह –शाम खूब चबा-चबाकर खायें | इससे फेफड़ों को शक्ति मिलती है एवं कफ का शमन होता है |
Winter Season - Time to rejuvenate physical strength
One
must take healthy and nutritious food during winter season to
systematically accumulate necessary strength for the rest of the year.
Soak
about 50 grams of Indian grams in water overnight. In the morning, add
minced green coriander, spinach, carrots, cabbage and raddish. You can
also add a little black pepper or rock salt with a squeeze of lemon on
top. Take this preparation as breakfast and chew it properly while
eating. Taking this as breakfast meal for the entire season will make
your body healthy, robust and sturdy. It also augments healthy formation
of blood in the body.
One spoon of butter, add equal quantity of rock
sugar and lick the mixture with an added touch of black pepper. On top
of this, eat a few pieces of raw coconut (It is forbidden to eat coconut
on the eight lunar day). Add a little fennel seeds to the mix. Drink a
cup of milk after a while. To make it even more healthier, soak a few
almond kernels overnight and then then eat them after removing its peels
and finely mashing them with butter-rock sugar.
Nutritious Chhuara (Dried dates)
Dates
when they are dried in sun are called chhuara. Conveniently and readily
available chhuara is a powerhouse of energy. It has iron, calcium,
phosphorus and copper in immense proportions. Taking it with milk
augments blood levels and growth of muscles in the body. It strengthens
the bones, improves virility and imparts strength to the heart and
lungs. Physical weakness which is the root cause of irregular menstrual
cycles , now begins to wane away. Also, other forms of weakness caused
by nocturnal emissions or similar ailments, weakness of heart, anemic
conditions and many more can be be alleviated by regular intake of
chhuara with milk. It also cures constipation and back pain. Taking it
in the night makes the voice melodious. Children who have trouble
urinating in bed can overcome this ailment with help of chhuara.
Preparation process:
200
ml milk and equal proportion of water to be used to boil 3-4 pitted
chhuaras in mild heat. Once cooled down, eat away the chhuaras and drink
the milk on top of it. If the milk was boiled in iron container, it
provides for added iron content in the preparation.
One must not drink water until
1-2 hours after taking this. Regular intake for 3-4 months gives the
face a radiant glow and makes one beautiful. It makes the hair grow long
and black. It offers strength and rejunvenation for people across all
ages.
Tips: People suffering
from breathing problems should take 2-2 chhuara kernels in the morning
and evening. It must be chewed properly during intake. This will provide
strength to its lungs and also help alleviate cough.
- Dec Lok Kalyan Setu 2013
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