लाभ: यह गोली व्यक्ति को शक्तिशाली. ओजस्वी, तेजस्वी व मेधावी बनाती है | इसमें सभी रोगों को नष्ट करने की प्रचंड क्षमता है | यह श्रेष्ठ रसायन द्रव्यों से सम्पन्न होने से सप्तधातु व पंचज्ञानेन्द्रियों को दृढ़ बनाकर वुद्धावस्था को दूर रखती है | ह्रदय, मस्तिष्क व पाचन-संस्थान को विशेष बल प्रदान करती है | इसमें तुलसी-बीज होने से सभी उम्रवालों के लिए यह बहुत लाभदायी है |
सेवन-विधि: छ: माह से दो साल उम्र – आधी गोली, दो से आठ साल – एक गोली, आठ – दस से ऊपरवाले – दो गोली खली पेट चूसकर लें |
सावधानी: सेवन के बाद डेढ़ –दो घंटे तक दूध न लें |
विशेष: सर्दियों में बच्चों और उनके माता-पिता के लिए ‘संजीवनी गोली’ वरदान है |
(ये सभी संत श्री आशारामजी आश्रमों व समितियों के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध है)
- ऋषिप्रसाद – जनवरी २०१४ से
सेवन-विधि: छ: माह से दो साल उम्र – आधी गोली, दो से आठ साल – एक गोली, आठ – दस से ऊपरवाले – दो गोली खली पेट चूसकर लें |
सावधानी: सेवन के बाद डेढ़ –दो घंटे तक दूध न लें |
विशेष: सर्दियों में बच्चों और उनके माता-पिता के लिए ‘संजीवनी गोली’ वरदान है |
(ये सभी संत श्री आशारामजी आश्रमों व समितियों के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध है)
- ऋषिप्रसाद – जनवरी २०१४ से
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