१]
हम दीक्षा के समय आशीर्वाद मन्त्र भी देते हैं | उसकी
रोज एक माला करने से ह्रदयाघात (हार्ट-अटैक ), निम्न वा उच्च रक्तचाप (Low
or High BP) नहीं होता | ५० माला करने से पीलिया दूर हो जाता हैं |
कुछ दिनों तक रोज १० माला करने से पति – पत्नी झगड़ें मिट जाते हैं | १०० माला जप
करो तो शनि का ग्रह प्रसन्न होकर चला जायेगा (शनिदेव का प्रकोप शांत हो जायेगा ) | मन्त्र
में अदभुत शक्ति है !
२]
शनिदेव स्वयं कहते हैं कि ‘जो शनिवार को
पीपल को स्पर्श करता है, उसको जल चढाता है, उसके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे
उसको कोई पीड़ा नहीं होगी |’ ग्रहदोष और ग्रहबाधा जिनको भी लगी हो, वे अपने घर में
९ अंगुल चौड़ा और ९ अंगुल लम्बा कुमकुम का स्वस्तिक बना दें तो ग्रहबाधा की जो भी
समस्याएँ हैं, दूर हो जायेंगी |
३]
स्नान के बाद पानी में देखते हुए ‘हरि ॐ शांति’ इस पावन मन्त्र की एक माला करके वह
पानी घर या जहाँ भी अशांति आदि हो, छिड़क दे और थोडा बचाकर पी ले, फिर देख लो
तुम्हारा जीवन कितना परिवर्तित होता है !
स्त्रोत
– ऋषिप्रसाद – एप्रिल २०१६ से
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