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Wednesday, May 11, 2016

खीरे खायें और उनके बीजों के फायदे साथ में पायें

खीरा एवं ककड़ी जहाँ गर्मियों में विशेष लाभकारी हैं, वहीँ ककड़ी एवं विशेषत: खीरे के बीज पौष्टिक होने के साथ कई प्रकार की बीमारियों में भी बहुत उपयोगी हैं | खीरे के बीजों को सुखाकर छील के रख लें |

१] १० सूखे बीज १ चम्मच मक्खन के साथ १ माह तक देने से कमजोर बालक पुष्ट होने लगते हैं | बड़ों को ३० बीज १ चम्मच घी के साथ देने से उन्हें भी लाभ होता हैं |

२] जलन के साथ व अल्प मात्रा में मूत्र – प्रवृत्ति में ताजे बीज अथवा ककड़ी या खीरा खाने से अतिशीघ्र लाभ होता है |

३] जिन्हें बार – बार पथरी होती हो वे प्रतिदिन ४ माह तक ३० सूखे बीज भोजन से पूर्व खायें तो पथरी बनने की प्रवृत्ति बंद हो जायेगी |

४] पेशाब के साथ खून आने पर १ – १ चम्मच बीजों का चूर्ण व गुलकंद तथा १ चम्मच आँवला – रस या चूर्ण मिला के १ – २ बार लें, खूब लाभ होगा |

५] श्वेतप्रदर में १ चम्मच बीज – चूर्ण, १ केला, पीसी मिश्री मिलाकर दिन में १ – २ बार लेने से बहुत लाभ होता हैं |

ककड़ी एवं खीरे के कुछ ख़ास प्रयोग

१] गर्मी के कारण सिरदर्द, अस्वस्थता, पेशाब में जलन हो रही हो तो १ कप ककड़ी के रस में १ चम्मच नींबू रस तथा १ चम्मच मिश्री डालकर लेने से पेशाब खुल के आता है और उपरोक्त लक्षणों से राहत मिलती है |

२] चेहरे के कील – मुँहासे मिटाने के लिए ककड़ी या खीरे के पतले टुकड़े चेहरे पर लगाये | आधा घंटे के बाद चेहरा धो दें |

३] तलवों व आँखों की जलन में ककड़ी, ताजा नारियल व मिश्री खाना उत्तम लाभ देता हैं |

सावधानी : खीरा या ककड़ी ताज़ी ही खानी चाहिए | सर्दी, जुकाम, दमा में इनका सेवन नहीं करना चाहिए | इन्हें रात को नहीं खाना चाहिए | खीरा या ककड़ी भोजन के साथ खाने की अपेक्षा स्वतंत्र रूप से खाना अधिक हितकर है |


-          ऋषिप्रसाद – मई २०१६ से 

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