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Monday, February 5, 2018

पंचामृत रस – स्वास्थ्य व ऊर्जा प्रदायक, पाचक, रोगनाशक अदभुत योग

यह आँवला, तुलसी, हल्दी, अदरक एवं पुदीना – इन पाँचों के मिश्रण से बना अत्यंत लाभदायी औषध-योग है | यह भूख को बढ़ानेवाला, भोजन पचाने में सहायक, कृमिनाशक एवं ह्रदय के लिए हितकर अनुभूत रामबाण योग है | इसके सेवन से पाचनशक्ति सबल होकर शरीर स्वस्थ, मजबूत व ऊर्जावान बनता है, चेहरे पर निखार आता है | रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है | थकान दूर होकर प्रसन्नता एवं स्फूर्ति बढ़ती है | यह मोटापा, मधुमेह (diabetes), कैंसर, ह्रदय की रक्तवाहिनियों का अवरोध (coronary artery disease), उच्च रक्तचाप (hypertension), कोलेस्ट्रोल का बढ़ना आदि रोगों में अत्यंत लाभदायी है |

पंचामृत रस के घटकों के गुणधर्म :
१] आँवला : यह त्रिदोषनाशक है | यह जीर्ण कोशिकाओं को पुन: नवजीवन देता है | स्वस्थ व्यक्ति यदि इसका सेवन करता रहे तो उसे निरोगी रहने में मदद मिलेगी, उसकी रोगप्रतिकारक क्षमता पुष्ट होगी अत: इसे रसायन कहा जाता है | यह रक्तवाहिनियों की कार्यक्षमता बनाये रखता है, जिससे वृद्धावस्था के लक्षण देरी से प्रकट होते हैं | यह आमाशय, मस्तिष्क व ह्रदय को बल देता है तथा यकृत के कार्यों को व्यवस्थित करता है |
२] तुलसी : यह वात व कफ शामक, कृमिनाशक, ह्रदय के लिए हितकर तथा प्रचंड जीवाणुनाशक गुणों से युक्त है |
३] हल्दी : यह कफ-पित्तनाशक, रक्तशुद्धिकर, वर्णनिखारक, कृमिनाशक एवं यकृत के रोगों में लाभदायक है | कैंसर-रोधक विशेष गुण के कारण यह कैंसर से रक्षा करने में सहायक है | इसकी अल्प मात्रा शरीर को कई रोगों से निजात दिलाती है | यह रक्त में कोलेस्ट्रोल को कम करके ह्रदय एवं रक्तवाहिनियों से संबंधित रोगों से रक्षा करने में सहायक है | यह एंटीहिस्टामिन है अर्थात एलर्जी प्रतिक्रिया का शमन करती है |
३]अदरक : यह कफ – वातनाशक एवं भूख बढ़ानेवाला है | यह समस्त वात-व्याधियों एव आमवात की उत्तम औषधि है |
४] पुदीना : यह कफ – वातशामक है | यह कैन्सरजनक फ्री रेडिकल्स को नष्ट करके कैंसर से रक्षा करने में सहायक है |

सेवन विधि: १० से १५ मि.ली. रस सुबह खाली पेट मिश्री या शहद एवं पानी मिलाकर ही लें | उपयोग से पूर्व बोतल को अच्छी तरह हिलायें |

सावधानी: पंचामृत रस लेने के २ घंटे पूर्व एवं बाद के अंतराल के दूध न लें | शुक्रवार एवं रविवार को इसका सेवन न करें | (वैद्यकीय सलाहानुसार लें |)


ऋषिप्रसाद –फरवरी २०१८ से 

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