कुशल वैद्यों द्वारा
पूज्य बापूजी के मार्गदर्शन में बनी व पूज्यश्री द्वारा अनुभूत यह औषधि आँखों का
रक्षाकवच है | इसे शास्त्रीय विधि से बनाकर शरद पूर्णिमा की शीतल चाँदनी से पुष्ट
किया गया है |
यह नेत्रज्योतिवर्धक व नेत्रपुष्टिकर है | आँखों की जलन कम करता है
व संक्रमण को ठीक करता है | टीवी देखने, रात में अधिक देर तक जागने व कार्य करने,
कम्प्यूटर पर लगातार कार्य करने आदि से उत्पन्न छोटे- बड़े सभी रोगों से यह आँखों
की रक्षा करता है |
इसके आगे बाजारू सुरमे, आई ड्रॉप्स या आँखों की अन्य दवाइयाँ
कोई मायना नहीं रखती |
विशेष : ऋषिप्रसाद की
द्विवार्षिक या पंचवार्षिक सदस्यता पर पायें संतकृपा सुरमे की १ शीशी अथवा आजीवन
(१२ वर्ष) सदस्यता पर सुरमे की २ शीशियाँ या १ बड़ी शीशी का लाजवाब उपहार !
ऋषिप्रसाद – मार्च २०१८से
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