क्या करें
१] प्रात: हरी दूब पर
टहलना, सूर्य को अर्घ्य देना, रात्रि को चाँद की तरफ एकटक देखना आदि से आँखे
स्वस्थ रहती हैं |
२] रात में अच्छी किस्म
का सुरमा (संतकृपा सुरमा) लगाना अत्यंत लाभकारी है |
३] भोजनोंपरांत हाथ धोकर
आँखों पर भीगे हाथ फेरना लाभदायी है |
४] पलकें झपकाते रहना
आँखों की रक्षा का प्राकृतिक उपाय है |
(संतकृपा सुरमा आश्रम के
सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध हैं |)
क्या न करें
१] सिर पर गर्म पानी न
डालें तथा आँखों को गर्म पानी से न धोयें |
२] अस्वच्छ हाथ या रुमाल
आँखों पर न लगायें एवं दूसरों के चश्मे आदि का प्रयोग न करें |
३] किसी भी प्रकार की
एकाएक चमक, धुम्रपान, मद्यपान तथा अन्य नशीले द्रव्यों का सेवन आँखों के लिए
अत्यंत हानिकारक हैं |
४] बहुत कम या अत्यधिक
रोशनी में पढ़ने या देखने के अन्य कार्य करने से आँखें दुर्बल हो जाती हैं |
ऋषिप्रसाद – जुलाई २०१८ से
No comments:
Post a Comment