२३ जुलाई : देवशयनी एकादशी ( महान पुण्यमय, स्वर्ग एवं मोक्ष प्रदाता
तथा पापनाशक व्रत| ), चतुर्मास व्रतारंभ
२७ जुलाई : गुरुपूर्णिमा, विद्यालाभ योग, खग्रास चन्द्रग्रहण
३१ जुलाई : मंगलवारी चतुर्थी (सुबह ८-४४ से १ अगस्त सूर्योदय तक )
८ अगस्त : कामिका एकादशी (व्रत व रात्रि-जागरण करनेवाला मनुष्य न तो
कभी भयंकर यमराज का दर्शन करता है और न कभी दुर्गति में ही पड़ता है |)
१० अगस्त : गुरुपुष्यामृत योग (प्रात: ५-४४ से सूर्योदय तक )
१४ अगस्त: मंगलवारी चतुर्थी ( सूर्योदय से १५ अगस्त प्रात: ३-३० तक )
१७ अगस्त : विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकाल : सुबह ६-५२ से दोपहर १-१६
तक ) (विष्णुपदी संक्रांति में किये गये जप-ध्यान व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता
है |- पद्म पुराण )
ऋषिप्रसाद – जुलाई २०१८ से
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