१] ब्रह्मनिष्ठ महापुरुषों व ज्ञानवृद्ध बड़े-बुजुर्गों का आदर करना |
२] छोटों की रक्षा करना और उन पर
स्नेह करना |
३] सत्संगी बुद्धिमानों से सलाह
लेना और
४] मूर्खों के साथ नहीं उलझना |
नम्रता के तीन लक्षण :
१] कडवी बात का मीठा जवाब देना |
२] क्रोध के अवसर पर भी चुप्पी
साधना और
३] किसीको दंड देना ही पड़े तो उस
समय चित्त को कोमल रखना |
ऋषिप्रसाद – नवम्बर २०१९ से
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