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Saturday, November 3, 2012

लक्ष्मी पूजन

दिवाली (३ नवम्बर २०१३ ) की रात लक्ष्मी पूजन करना, धन -संपत्ति रहे..लेकिन लक्ष्मी आए तो धन संपत्ति का उपयोग केवल भोग वासना से पाशवी जीवन में उड़ाने के लिए नही करे,अपने जीवन में संयम , सदाचार, परदुख कातरता हो , अपनी आवश्यकता पूर्ति हो , लोक कल्याण में तन, धन लगे, पुरुषार्थ एवं उद्योग से लक्ष्मी प्राप्त होती है, सत्कर्म और दान-पुण्य से बढ़ती है, तथा संयम से सावधानी से लक्ष्मी स्थायी होती है |

Lakshmi Puja

On the night of Diwali (3th Nov 2013), praying to Mother Lakshmi for wealth... but if more wealth arrives, it should not just be used for overcoming sensual and worldly enjoyments, but also to develop self restrain, good character, compassion, satisfying ones needs and using ones body, mind and soul for the general benefit of society through self-effort, virtues, good actions, donations and using act of forbearance to keep Lakshmi permanent in one's life.


-Pujya Bapuji 17th Oct'08, Amdavad

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