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Monday, November 26, 2012

वैकुंठ चतुर्दशी के दिन सुख समृद्धि बढ़ाने

वैकुंठ चतुर्दशी के दिन सुख समृद्धि बढ़ाने

१५ और १६ नवम्बर २०१३ रविवार को कार्तिक शुक्ल वैकुंठ चतुर्दशी है | देवीपुराण के अनुसार इस दिन जौ के आटे की रोटी बनाकर माँ पार्वती को भोग लगाया जाता है और प्रसाद में वो रोटी खायी जाती है | माँ पार्वती को भोग लगाकर जौ की रोटी प्रसाद में जो खाते है उनके घर में सुख और संम्पति बढती जायेगी, ऐसा देवीपुराण में लिखा है | वैकुंठ चतुर्दशी के दिन अपने-अपने घर में जौ की रोटी बनाकर माँ पार्वती को भोग लगाते समय ये मंत्र बोले –
ॐ पार्वत्यै नम:
ॐ गौरयै नम:
ॐ उमायै नम:
ॐ शंकरप्रियायै नम:
ॐ अंबिकायै नम:
माँ पार्वती का इन मंत्रों से पूजन करके जौ की रोटी का भोग उनको लगायें, फिर घर में सब रोटी खायें | जौ का दलिया, जौ के आटे की रोटी खानेवाले जब तक जीयेंगे तब तक उनकी किडनी बढ़िया रहेंगी, किडनी कभी ख़राब नहीं होगी | शरीर में कही भी सूजन हो किडनी में सूजन, लीवर में सूजन, आतों में सूजन है तो जौ की रोटी खायें, इससे सब तकलीफ दूर हो जाती है | 

For prosperity and happiness on the eve of Vaikuntha Chaturdashi

On 15th & 16th Nov' 2013, Sunday, Karthik month, shuklapaksha is celebrated as the eve of "Vaikuntha Chaturdashi". As per Daivipurana, one should offer oblations of bread/roti made of barley(Jau) to Mother Parvati and then have the roti as a prasad. Those who perform this invite great prosperity and happiness in their homes, such has been exclaimed in Daivipurana. So, on Vaikuntha Chaturdashi, one should prepare roti made of barley(Jau) and then, offer it to Mother Parvati with the following mantras:

AUM PARVATYEY NAMAH |
AUM GAURAYE NAMAH |
AUM UMAAYE NAMAH |
AUM SHANKARPRIYAYE NAMAH |
AUM AMBIKAYE NAMAH |


Also, those who make porridge of barley or consume roti made of Jau need not fear any damage to the kidney. Their kidney will remain in great shape as long as they live. If there is swelling in any body parts including kidney, liver then consuming roti made of barley will help alleviate that suffering.

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- Shri Sureshanandji Vadodara 24th Nov' 2012

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