Tips for an all round Success in Life from His Holiness Saint Shri Asharamji Bapu.
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Tuesday, December 29, 2009
Saturday, December 19, 2009
हाथों की शक्ति जगाने के लिए
"ॐ ॐ ॐ मम आरोग्य शक्ति जाग्रय जाग्रय" ऐसा जपते हुए हथेलियों को आपस में रगड़ें और शरीर के जिस हिस्से में परेशानी हो, वहां हथेलियों को रखें l
Tuesday, December 15, 2009
विघ्न-बाधा में
आदित्य ह्रदय स्तोत्र http://hariomgroup.net/hariombooks/paath/adityahruday_stotra.pdf भगवान रामजी को अगस्त्य मुनि ने दिया था l आदित्य ह्रदय स्तोत्र ३ बार जपने से विघ्न-बाधा व आरोप लगाने वालों को सफलता नहीं मिलती l
11th Dec. 2009
Wednesday, November 25, 2009
खांसी
आधा चम्मच तुलसी का रस और उतना ही अदरक का रस मिलाकर लेने से लाभ होता है l
Rishi Prasad - Nov. 2009
अस्थिरोग
जिनकी अस्थियाँ जकड गयी हो, टूट गयी हों, टेडी-मेढ़ी हो गयी हों अथवा जिनकी अस्थियों में पीड़ा होती हो, उनके लिए शीत ऋतू में लहसुन का उचित मात्रा में सेवन बहुत लाभदायी है l लहसुन के छिलके उतारकर रात को खट्टी छाछ में बिघोकर रखें l सुबह धोके पीसकर रस निकालें l १ से ४ ग्राम रस में उतना ही तिल का तेल अथवा घी मिलाकर पियें l आहार सात्विक, सुपाच्य लें l
Rishi Prasad - Nov. 2009
दीर्घायु के लिए
२ ग्राम सौंठ में पानी मिलाकर रात को लोहे की कड़ाही के अंदर लेप करें l प्रातः काल वह सौंठ दूंध में मिलाकर पीने से दीर्घायुश की प्राप्ति होती है l
Rishi Prasad - Nov. 2009
Thursday, November 19, 2009
खांसी में
अब जाड़ों के दिन हैं, सर्दी की शिकायत होगी, खांसी व कफ की शिकायत होगी l दायें नथुने से श्वास लिया और रोका l एक से सवा मिनट श्वास रोका और मन में जप करो "नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमंत बीरा" l फिर बायें नथुने से श्वास निकाल दो l जिसको सर्दी है तो ४ से ५ बार करें, ज्यादा नहीं l लेकिन सूखी खांसी हो तो वे लोग ये प्राणायाम ना करें l सूखी खांसी में घी के मालपुए बनाकर दूध में डूबा दो l २ घंटे तक डूब जाएँ, फिर वो मालपुए खा लो l सूखी खांसी में आराम होगा l
Ullasnagar – 8th Nov. 2009
Saturday, November 14, 2009
भूत-प्रेत भागने के लिए
Friday, November 13, 2009
रेशमी बालों के लिए
वायु की तकलीफ में
Ghaziabad – 2nd Nov. 2009
सुन्दर संतान प्राप्ति के लिए
Ghaziabad – 2nd Nov. 2009
पेट में कृमि
बुढ़ापा दूर करने के लिए
सौन्दर्य निखार
Wednesday, November 11, 2009
पेट सम्बन्धी तकलीफों में
ह्रदय बलवान बनाने :-
For Strengthening Heart :-
Consuming around 10 grams extract from the tender leaves of Peepal tree and little rock sugar everyday in the morning and evening helps strengthen the heart. If someone had fear of heart attack or has weakness in the head, they get cured automatically. For all those who have problem of fainting, are epileptic, hyperactive, or suffering from common cold or coryza, this is a universal solution!
त्वचा का रंग निखारने के लिए
अथर्व मंत्र विधि
Atharva Mantra procedure
Whenever you are plagued by any disease or problems, recite "AUM ACHYUTAAYA NAMAH, AUM GOVINDAAYA NAMAH, AUM ANANTAAYA NAMAH NAAMABHESHAJAAT".
(ACHYUTAAYA NAMAH: One that cannot be severed, GOVINDAAYA NAMAH: One that controls the motion of our senses, ANANTAAYA NAMAH: One whose power and potential is boundless) . After charging Ganga water or Basil leaves with this mantra, take it or offer it to someone so that he gets protected from diseases or falling for baser desires. This procedure is known as .... Atharva Mantra Vidhi. One should do this everyday, if possible.
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Tuesday, November 10, 2009
प्रार्थना का तरीका
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"मेटत कठिन कुअंक भाल के"
Baroda – 31st Oct. 2009
वर्षा स्नान
धारणा शक्ति बढ़ाने हेतु
खोयी हुई आध्यात्मिक शक्ति पुनः प्राप्त करने के लिए
आंवला प्रयोग
Thursday, November 5, 2009
आरती के दीये
Bodeli - 29th Oct. 2009
Wednesday, October 28, 2009
कार्तिक मास में स्नान की महिमा
इस वर्ष कार्तिक मास :- 30th Oct' 2012 to 28th Nov' 2012
कार्तिक मासके आखिरी तीन दिन हैं : 26th Nov' 2012, 27th Nov' 2012 and 28th Nov' 2012
Vadodara – Nov. 2007
Saturday, October 24, 2009
कुत्ता, बिल्ली व मुर्गा ना पालें
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Ahemdabaad - 18th Oct. 2009
वर्ष भर निरोग रहने के लिए
Ahemdabaad - 18th Oct. 2009
Wednesday, October 21, 2009
सभी बीमारियों में तुलसी प्रयोग
Use Basil for numerous ailments
Take extract from 25 to 100 Basil (Tulsi) leaves for adults, about 5 to 25 leaves for children and take it in the morning on an empty stomach with jaggery or honey. Do not take any meals for another two and half hours. Do this consistently for 2-3 months. Just as releasing cats in a warehouse is sufficient to seek out and kill every little rat, similarly this practice seeks out and cures ailments that inhibit the proper functionality of your body, mind, mentality and vigour.
To make this more effective, set up fresh curd which has been fermented in the last 3.5 to 4 hours. This is also known as sweet curd. This can then also be consumed in the afternoon and evening along with extract of 25 to 100 basil leaves. This has the potent power to cure any level of cancer.
अश्विनी मुद्रा(थलबस्ती)
जीवन से शुष्कता मिटाने के लिए व ख़ुशी लाने के लिए
पहले दायें बायें से श्वास लिया छोड़ा 10 बार (अनुलोम विलोम); बाद में दोनो नथूनों से शुद्ध हवामान में श्वास भरा; और गुरु मंत्र एक बार जपा और आनंद आनंद चिंतन किया और फूँक मार के अशांति, अतृप्ति को बाहर फेंक दिया; पूरा श्वास भरा और एक दो बार गुरु मंत्र जपा और श्वास मुँह से निकाल दिया, 50-100 बार ऐसा करो; आपके जीवन में उसी समय तृप्ति प्रसन्नता होने लगेगी ।
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Ahemdabaad - 19th Oct. 2009
शारीरिक कमजोरी, बल वृद्धि व अन्य रोगों में
1. 10 ग्राम काले तिल चबा लो, और ठंडा पानी पियो; 2 घंटे तक कुछ खाओ पियो नहीं l इससे शरीर के कमजोरी मिटकर शरीर मजबूत होगा l दांत व मसूड़े मज़बूत होंगे, मस्तक मज़बूत होगा
Listen Audio2.चना, मूँग, मोठ यह सब मिलाकर एक कटोरी, एक मुट्ठी भर मूँगफली व एक चम्मच तिल (काले हों तो उत्तम) रात भर पानी में भिगोकर रखें। सुबह नमक मिलाकर भाप लें, उबाल लें। इसमें हरा धनिया, पालक व पत्तागोभी काटकर तथा चुकंदर, मूली एवं गाजर कद्दूकश करके मिला दें। ऊपर से काली मिर्च बुरककर नींबू निचोड़ दें। चार व्यक्तियों के लिए नाश्ता तैयार है। इसे खूब चबा-चबाकर खायें। यह नाश्ता सभी प्रकार खनिज-द्रव्यों, प्रोटीन्स, विटामिन्स व आवश्यक कैलरीज की पूर्ति करता है। जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है व जिनकी पाचनशक्ति कमजोर है, उनको नाश्ता नहीं करना चाहिए।
दोपहर के भोजन के बाद एक या दो पके केले खायें, बच्चे मजबूत होंगे l Height बढ़ेगी ।
नोट: केले खाने के बाद, केले के छिलके पर जो गिरी होती हैं (सफ़ेद) उसे खाने से केला हज़म होता है ।
3. लोहे के बर्तन में पानी गरम करो, फिर पीने लायक हो वो पिया करो; इस से haemoglobin बढ़ेगा; दूध भी उसी में उबालो, दाल भी उसी में बनाओ; इस से भी खून बनेगा;
4. दो छुआरे (एक व्यक्ति के लिए) धो के, बीज निकाल के, दूध में डाल दो l दूध में पानी डालो l धीमी आँच पर दूध उबालें l धीमी आँच में वो छुआरे उबलेंगे lहेमंत ऋतु: 23 अक्टूबर - 20 दिसम्बर तक है; इन दिनों शरीर को बनाने वाले भोजन करना चाहिए l
200 ग्राम दूध है (छुआरे वाला),
उसमें अगर 200 ग्राम पानी डालो तो वो दूध पित्त-नाशक हो जाएगा;
उसमें अगर 100 ग्राम पानी डालते हो तो वायु नाशक हो जाएगा;
उसमें अगर 300 ग्राम पानी डालते हो तो कफ नाशक बन जाएगा;
धीमी आँच पर छुआरे वाला दूध आप उबालो; वो छुआरे खा लो और दूध पी लो l
आपके चेहरे पर सौन्दर्य, कांति, वीर्य की पुष्टि, हृदय और फेफड़े का बल, और महिलाएँ पियें तो अनियमित मासिक धर्म की गड़बड़ी दूर होगी और भाई पियें तो स्वप्न दोष, रक्तचाप (ब्लड प्रेशर), कमर का दर्द, मनकों की गड़बड़, मनकों की गैप, कब्जियत आदि की शिकायत दूर हो जाएगी, बाल घने और लंबे होने लगेंगे l अगर रात को ऐसा दूध पीते हो तो स्वर सुरीला होगा और रात्रि को कुछ बच्चे बिस्तर बिस्तर गीला कर देते हैं - ऐसे बच्चे या ऐसे लोगों के लिए भी यह छुआरे वाला दूध आशीर्वाद रूप हो जाएगा l
Ahemdabaad - 19th Oct. 2009
ग़रीबी - दरिद्रता मिटाने के लिए
Tuesday, October 20, 2009
शिशु व बालक सम्बन्धी बातें
बालक जन्मते ही दाई या नर्स बच्चे को नहलाकर पिता की गोद में बचे को दे और पिता बच्चे के कान में निम्नलिखित मंत्र बोले -
७ बार ॐ का उच्चारण करके "अस्मा भव" तू चटान की नाई अडिग रहना l
७ बार ॐ का उच्चारण करके "परशु भव" तू कुल्हाड़े की नाई विघ्न बाधा को काटने वाला बनना l
७ बार ॐ का उच्चारण करके "हिरन्यस्तुम भव" तू चैतन्य अमर आत्मा है, तुझे कोई दोष ना लगे l
फिर माँ दूध पिलाने से पहले शहद और घी विमिश्रण करके सोने की सलाई से बच्चे की जीभ पर "ॐ" लिखे, फिर उसे दूध पिलाये l
जन्म से २ साल तक शैशव अवस्था होती है - शैशव काल में बच्चा जब हाथ-पैर हिलाने लगे तो उसे गोद में ज्यादा नहीं लेना चाहिए, इससे बच्चों के विकास में बड़ी हानि होती है l हाथ पैर चलने दें, बच्चा मजबूत बने l उसकी प्रतिभा विकसित करने के लिए उसे हँसते-खेलते रखना चाहिए l उसकी अनुकूल वस्तुएं दिलानी चाहिए, नहीं दे सकते तो बोलना चाहिए, चिंता नहीं, आ जायेगी, उसको निषेधात्मक नहीं बोलना चाहिए l उसे पेट की बीमारियाँ ना हों, ये ध्यान रखना चाहिए, अगर पेट की तकलीफ है तो पपीते के बीज २-३ कूट के पिलायें अथवा तुलसी के बीज कूट दें फिर १/४ चुटकी चूर्ण, रात को भिगो कर सुबह पिलायें l
२-५ साल तक उसके मन में जिज्ञासा (जानने की वृति) फूटती है l जो वह पूछे उसे उत्साह से उत्तर दें और उसके सामने प्रश्न लायें जिससे उसकी प्रतिभा विकसित हो l उसे रात को कहानियों के माध्यम से जानने की वृति और विचार की शक्ति पैदा करें
Ma
Saturday, October 10, 2009
त्वचा में खुजली या गाल पे दाग :-
त्वचा में खुजली की बीमारी होती है तो त्रिफला ५-७ ग्राम रात को थोड़ा पानी से फांक लें l कई लोगों को गाल पे दाग-दाग हैं, तो १ ग्लास दूध और १०-२० ग्राम माखन (खारा नहीं होना चाहिए) l माखन को पानी में २-४ बार अच्छी तरह से धो के दूध में मिला दें l १-२ बार हिला दें और पियें तो चेहरे पर जो दाग-दागे होते हैं, बादल जैसे (झाइयाँ), वो सब ठीक हो जायेगा l गर्भिणी स्त्री ऐसा दूध पियें तो बालक एकदम लाल-लाल टमाटर जैसा पैदा होता हैl
Itchy Skin or Rashes on Cheeks
For people suffering from itchy skin, they should have 5-7 grams of Triphala with water at night. Some people have rashes on cheeks. They should have a glass of milk with 10-20 grams of butter (Do not use salted butter). If salted, wash out the butter with water a few times to drain out the salt from it. Drink the milk with the butter properly mixed in it. This medication can remove all the marks and rashes on the facial skin. If pregnant women drink this, then her new born baby will glow like a red tomato.
नींबू-अदरक
फ्रिज में नींबू नहीं रखना चाहिए l अगर रखें भी तो जिस दिन काम में लाना है तो ६ घंटे पहले नींबू बाहर निकाल कर रखें, नहीं तो गर्म पानी में डालकर फिर रस निकालें तो ज्यादा रस निकलेगा l ठंडे नींबू में से रस इतना नहीं निकलता, जितना बाहर रखे नींबू से निकलता है l अदरक भी फ्रिज में रखने से उसका प्रभाव कम हो जाता है l
ध्यान की महिमा
Monday, October 5, 2009
प्रसाद खाने का तरीका
How to have Prasad
Some people devour an offering of blessed prasad in one gulp.... Instead, just as a bird pecks its food little by little, in the same way, you should also have it slowly. This offers joy and also great gratification.
Saturday, September 26, 2009
Heart व वायु सम्बन्धी बीमारियों में
Heart and Gas related problems
Lemon has the power to cure gas related problems. It also help improve appetite and aids digestion. If there are stomach worms, poison or any other related stomach ailments, lemon has the capacity to cure it. It supports the functioning of heart and liver. It is considered as a tridoshnashak i.e. alleviates all three doshas , Vaat, Pitta and Cough. It helps cure skin disorders. Take the extract from 30 Basil leaves and make a concoction with luke warm water and lemon juice. Take this daily, once a day, for a week or two. Heart blockage will never appear, blood circulation will improve, you will never have a heart attack and will also never have to do any bypass surgery. All waist related pain will disappear and body will adopt a sporting look. Obese people should take this twice a week, normal people should take this once a week and skinny people should take once every 15 days. Drinking this concoction when the breath is flowing through left nostril makes it equivalent to drinking ambrosia.
Monday, September 14, 2009
Swine Flu
नीम के पत्ते हटाकर जो उसकी डाली होती है ना... डंठली.. वो ११ डंठली (बच्चा है तो ७ और मोटा है तो २१) और ढाई काली मिर्च लेकर पत्थर पे जैसे चटनी बनाते हैं ना, (ऊपर ऊपर का जो छिलका है वो तो निकल जायेगा, गिरी गिरी बचेगी), वो चाट लें और पानी पी लें l तुलसी के पत्ते कभी खा लें, फ्लू में आराम होगा |
Swine Flu
Take small twigs of Margosa tree (neem) and mash them along with two and half seeds of black pepper. Use 11 twigs (7 for children and 21 for obese people). The covering of the twigs will separate out on their own. Make a proper paste of it. Lick this paste and then drink some water. You can also have some Basil (Tulsi) leaves which also provide relief from flu.
Diabities(मधुमेह)
Diabetes
The plant of lady's finger(also known as bhindi or okra) is very dry. Grind them out and sieve them in a fine powder. Take one to two spoon of this powder along sugar mixed in water. This will help control Diabetes.
Thursday, September 10, 2009
श्राद्ध सम्बन्धी बातें
- श्राद्ध कर्म करते समय जो श्राद्ध का भोजन कराया जाता है, तो ११.३६ से १२.२४ तक उत्तम काल होता है l
- गया, पुष्कर, प्रयाग और हरिद्वार में श्राद्ध करना श्रेष्ठ माना गया है l
- गौशाला में, देवालय में और नदी तट पर श्राद्ध करना श्रेष्ठ माना गया है l
- सोना, चांदी, तांबा और कांसे के बर्तन में अथवा पलाश के पत्तल में भोजन करना-कराना अति उत्तम माना गया है l लोहा, मिटटी आदि के बर्तन काम में नहीं लाने चाहिए l
- श्राद्ध के समय अक्रोध रहना, जल्दबाजी न करना और बड़े लोगों को या बहुत लोगों को श्राद्ध में सम्मिलित नहीं करना चाहिए, नहीं तो इधर-उधर ध्यान बंट जायेगा, तो जिनके प्रति श्राद्ध सद्भावना और सत उद्देश्य से जो श्राद्ध करना चाहिए, वो फिर दिखावे के उद्देश्य में सामान्य कर्म हो जाता है l
- सफ़ेद सुगन्धित पुष्प श्राद्ध कर्म में काम में लाने चाहिए l लाल, काले फूलों का त्याग करना चाहिए l अति मादक गंध वाले फूल अथवा सुगंध हीन फूल श्राद्ध कर्म में काम में नहीं लाये जाते हैं l
- श्राद्ध पक्ष :- 29th Sept - 15 Oct 2012
- The optimal time to offer meals during Shraaddh ritual is between 11.36 am to 12.24 pm.
- Shraaddh ritual conducted at Gaya, Pushkar, Prayag or Haridwar is considered ideal.
- Shraaddh ritual conducted in cow shed, temples or on river banks is considered ideal.
- On the day of Shraaddh, having or offering meals on gold, silver, copper or brass utensils is considered supremely ideal. Use of iron, earthen and other forms of utensils should be avoided.
- During Shraaddh, one must not remain agitated, hasten the ritual, invite large groups of people or call noted dignitaries. This draws the focus away from the ritual. Instead of offering the pious shraaddh sentiments with a noble intention, the procedure becomes commonplace due to show off.
- White, fragrant flowers should be used for the Shraaddh ritual. Red, blackish flowers should be totally abstained. Also, avoid use of mildly fragrant or bland flowers for this ritual.
- Shraaddh Period : 29 Sept 2012 - 15 Oct 2012
गंजापन
Baldness
For those who have lost hair on their head, there is good news for them. Apply buffalo's milk mixed with Triphala Churna as lotion on your head. This will convert back any white hair to black and will start the growth of new hair on the head.
Wednesday, September 9, 2009
Cholestrol problem
दूध पीते हैं तो उसमे ज़रा सा तज (दालचीनी) डाल दो, कोलेस्ट्रोल कण्ट्रोल होगा l
Cholesterol Problem
Whenever you drink milk, add a little amount of cinnamon. This will help to regulate cholesterol.
Tuesday, September 8, 2009
कलह-कलेश में :-
जिनके शरीर में आधि आती हो, मन में व्याधियां और अशांति होती हो, वे लोग २१ दिन तक पीपल देवता को जल चढाएं l जल में थोड़ा गुड़ डाल दें, ताकि कुटुंब में मिठास आये और थोड़े चने डाले दें ........ और पीपल देवता को रोटी चढाएं और ॐ खं खं ......... का जप करें l पति-पत्नी का मन मुटाव शांति में बदल जाएगा l Gurgaon 6th Sep. 2009
धातु सम्बन्धी बीमारियों में :-
- चने की दाल भिगा दिया सुबह, भोर में और रात्रि को चने की डाल और थोड़ी शक्कर मिलाकर खाएं और फिर दूध न पियें, पानी न पियें, एकाध घंटे बाद सो जाएँ l धातु की दुर्बलता दूर होती है, ब्रह्मचर्य पालने में मदद मिलती है l
- जामुन की गुठली सुखा, छाया में और फिर उसका पाऊडर बना के रख दें l ४-४ ग्राम सुबह-शाम पाऊडर फांकें l स्वप्नदोष की, धातु क्षय की बीमारियाँ दूर होती हैं l
Gurgaon 04th Sep. 2009
Tuesday, September 1, 2009
भोजन करने की विधि
Saturday, August 29, 2009
राग और ताल की महिमा
- राग मारवा और राग भोपाली से आंतों की बीमारियाँ दूर होती हैं l
- राग आसारी से मस्तक के रोग दूर होते हैं l
- राग भैरवी से सिरदर्द ठीक होने लगता है l
- राग सोहनी से सिरदर्द और मरुरज्जू (रीड़ की हड्डी में जो मनके घिस गए, वो ठीक होने लगते हैं l)
- राग वसंत और राग सोरट से नपुंसकता दूर हो जाती है l
Thursday, August 27, 2009
खाने का समय
Ujjan 22nd Aug. 2009
केन्सर में
२) २० ग्राम तुलसी का रस , ५० ग्राम ताजा दही के साथ कुछ दिन सुबह - शाम लेने से केन्सर में आराम होता है ।
Cure For Cancer
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Wednesday, August 19, 2009
होंठ फटने पर
मधुमेह में
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कदवृद्धि
वायुशमन
To reduce Gas related problems:-
बलवृद्धि
दिमागी पुष्टि
Tuesday, August 18, 2009
ह्रदय रोग की सरल व अनुभूत चिकित्सा
- १ कटोरी लौकी के रस में पुदीने व तुलसी के ७-८ पत्तों का रस, २-४ काली मिर्च का चूर्ण व १ चुटकी सेंधा नमक मिलाकर पियें l इससे ह्रदय को बल मिलता है और पेट की गड़बडियां भी दूर हो जाती हैं l
- नींबू का रस, लहसुन का रस, अदरक का रस व सेवफल का सिरका समभाग मिलाकर धीमी आंच पर उबालें l एक चौथाई शेष रहने पर नीचे उतारकर ठंडा कर लें l तीन गुना शहद मिलाकर कांच की शीशी में भरकर रखें l प्रतिदिन सुबह खाली पेट २ चम्मच लें l इससे Blockage खुलने में मदद मिलेगी l
- अगर सेवफल का सिरका न मिले तो पान का रस, लहसुन का रस, अदरक का रस व शहद प्रत्येक १-१ चम्मच मिलाकर लें l इससे भी रक्तवाहिनियाँ साफ़ हो जाती हैं l लहसुन गरम पड़ता हो तो रात को खट्टी छाछ में भिगोकर रखें l
- उड़द का आटा, मक्खन, अरंडी का तेल व शुद्ध गूगल संभाग मिलाके रगड़कर मिश्रण बना लें l सुबह स्नान के बाद ह्रदय स्थान पर इसका लेप करें l २ घंटे बाद गरम पानी से धो दें l इससे रक्तवाहिनियों में रक्त का संचारण सुचारू रूप से होने लगता है l
- १ ग्राम दालचीनी चूर्ण एक कटोरी दूध में उबालकर पियें l दालचीनी गरम पड़ती हो तो १ ग्राम यष्टिमधु चूर्ण मिला दें l इससे कोलेस्ट्रोल के अतिरिक्त मात्रा घट जाती है l
- भोजन में लहसुन, किशमिश, पुदीना व हरा धनिया की चटनी लें l आवलें का चूर्ण, रस, चटनी, मुरब्बा आदि किसी भी रूप में नियमित सेवन करें l
- औषधि कल्पों में स्वर्ण मालती , जवाहरमोहरा पिष्टि, साबरशृंग भस्म, अर्जुन छाल का चूर्ण, दशमूल क्वाथ आदि हृदय रोगों का निर्मूलन करने में सक्षम है l
Rishi Prasad, August 2009
गौ माता की महिमा
- कैसी भी जहरी दवाएं खायी हो, गौमूत्र थोड़े दिन पिये, Blockage खुल जायेगा और जहरी दवाओं का असर उतर जायेगा l
- बच्चों को गाय की पूंछ का झाड़ा देने से ऊपर की आई हुई हवा या कुप्रभाव नाश होता है l
- जिसको रात को ठीक से नींद न आती हो, वो मोर के पंख रख दे, सिरहाने के नीचे और "हरि ॐ" का गुंजन करे , नींद आने लगेगी l
- जिसको बुरे स्वप्न आते हों वो बुरे स्वप्न न आयें इसका आग्रह छोड़ दें l पैरों को गाय का घी मल दें और सिर में थोड़ा हलकी मालिश कर दें किसी भी तेल की l
- गाए के दूध से बनी दही शरीर पर रगड़कर स्नान करने से स्वास्थ्य, प्रसन्नता और दरिद्रता दूर हो जाती है l
- चावल पानी में पका लें फिर गाय के दूध में डालकर खीर बना लें, ज्यादा मीठा और मेवा न डालें और फिर "ॐ" का १२० माला जप करें l ७ सप्ताह तक करें तो ७ जनम की दरिद्रता दूर हो जाती है और ७ जनम तक कुटुंब में दरिद्रता नहीं आती l
- जिस रोग के लिए डॉक्टर ने मना कर दिया हो की ये रोग ठीक नहीं हो सकता, वो व्यक्ति घर में गाय पालें और चारा-पानी खुद खिलाये और स्नेह करें l गाय की प्रसन्नता उसके रोमकूपों से प्रकट होगी और आप अपने हाथ गाय की पीठ पर घुमाएंगे तो आपके हाथों की उँगलियों द्वारा वो प्रसन्नता, रोग प्रतिकारक शक्ति बढाएगी l २-४ महीने तक ऐसा करें l
- Listen Audio
- काली गाय का घी बुढापे में भी जवानी ले आता है l हार्ट अटैक की तकलीफ है और चिकनाहट खाने की मनाही है तो गाए का घी खाएं, हार्ट मज़बूत बनता है l
1st Aug’09, Mohali
किडनी व पेशाब की प्रॉब्लम में
किसानो के लिए
10th Aug’09, Pratap Garh
Thursday, August 13, 2009
तुलसी के बीज
31st July’09, Chandigarh
Tuesday, August 11, 2009
खुजली में
- खाली पेट टमाटर या खीर खाएं |
- दो नींबू पानी में निचोड़ कर पियें |
- त्रिफला फाँकें |
नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए
स्मृति शक्ति प्रयोग
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MP3 Link: http://hariomgroup.net/hariomaudio/tips/smriti-shakti-prayog.mp3
घबराहट में
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नाड़ी ब्लोकेज व हार्ट प्रॉब्लम में
किडनी की प्रॉब्लम व पेशाब की गड़बडी में
Kathmandu 24th Jun'09
सभी प्रकार की बीमारियों में
- असाध्य रोगों में सुश्रुत भगवान् (आयुर्वेद ग्रन्थ रचयिता) ने प्राणायाम करके इस मंत्र का जप करने का बताया है :- "अच्युताय गोविन्दाय, अनंताय नाम भेषजाम नश्यन्ति सर्व रोगाणी, सत्यं सत्यं वदाम्यहम l"
- सुबह सूर्य नारायण के सामने सिर को अच्छी तरह ढककर 7-8 मिनट पेट की तरफ और 8-10 मिनट धूप पीछे की तरफ लगे ऐसे बैठे, उसी में लम्बे श्वास लें और वज्रासन में बैठकर श्वास अंदर-बाहर (पेट अंदर ज्यादा और बाहर कम) करें l
- सुश्रुत भगवान ने, जिन्होंने आयुर्वेद का ग्रन्थ बनाया उन्होंने लिखा हमारी औषधि, शल्यक्रिया सब जब व्यर्थ हुए तो एक महा-औषधि है-भगवन्नाम का आश्रय, उस से रोग मिटते हैं | वह मंत्र और जपने की विधि इस प्रकार है - श्वास अन्दर लें और मन में बोले: "नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमंत बीरा" और श्वास छोड़ दें | अब श्वास बाहर रोके और जपे "नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमंत बीरा "| श्वास अन्दर रोककर एक-सवा मिनट तक जप करें और श्वास छोड़ दें | फिर श्वास बाहर रोक कर ५० सेकंद तक जप करें | ऐसा २-३ बार करें | कितनी भी बीमारी हो, खीचकर जठर में आ जायेगी | डॉक्टर बोलते हैं ठीक नहीं होगा वह भी ठीक होने लगेगा |
Delhi Guru Punam 07-06-09