क्रोध दूर करने का
एक सरल प्रयोग भी है , जो पूज्य बापूजी सत्संग में बताते हैं :
‘क्रोध आये तो
मुट्ठियाँ बंद कर लो | दोनों हाथों की मुट्टियाँ ऐसे बंद करें कि नखों के दबाव से
हथेलियाँ दबें | इससे क्रोध दूर होने में मदद मिलेगी |’
स्त्रोत
– ऋषिप्रसाद – जुलाई २०१६ से
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