किसीको वायु दोष होता
है, किसीको कफ या पित्त दोष होता है, कई ऐसे होते हैं कि बेचारों को त्रिदोष होता
है – वात, पित्त और कफ दोष | और सभी बीमारियों के ये ३ ही तो कारण हैं | जो दिन को
खाना खा के सोते हैं, उनको त्रिदोष रोग लग जाता है |
त्रिदोष मिटाना है तो दोनों
नथुनों से श्वास लिया, गुरुमंत्र या भगवन्नाम का मानसिक जप किया और बायें नथुने से
ही श्वास छोड़ा | त्रिदोष शमन !
जो वर्षा ऋतू में रात को देस से सोयेंगे, पित्त दोष
उनका गला पकड़ेगा | इन दिनों में रात्रि को जल्दी सोना चाहिए |
ऋषिप्रसाद – जून २०१८ से
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