समय-नियोजन : कब क्या करना – इसका नियोजन करने से सब कार्य सुव्यवस्थित होते हैं | अत: हर
विद्यार्थी को अपनी समय-सारणी बनानी ही चाहिए |
- v जप, त्राटक, सत्संग-श्रवण,ध्यान, पढ़ाई, खेल,भोजन, नींद आदि का समय निश्चित करके समय-सारणी बना लें |v रात को देर तक न जाग के सुबह जल्दी उठकर पढ़ें |
- v पाठ्यक्रम के अनुसार प्राथमिकता तय करें, जिससे सभी विषयों का अध्ययन हो सके | सुनियोजन सर्व सफलताओं की कुंजी है |
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ऋषिप्रसाद
– जानेवारी २०१८ से
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