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Thursday, August 16, 2018

दुग्ध – सेवन संबंधी महत्त्वपूर्ण बातें


क्या करें
१)    रात्रि को दूध पीना पथ्य (हितकर), अनेक दोषों का शामक एवं नेत्रहितकर होता है |
२)    पीपरामूल, काली मिर्च, सोंठ – इनमें से एक या अधिक द्रव्य दूध के साथ लेने से वह सुपाच्य हो जाता है तथा इन द्रव्यों के औषधीय गुणों का भी लाभ प्राप्त होता है |
३)    उबले हुए गर्म दूध का सेवन वात-कफनाशक तथा औटाकर शीतल किया हुआ दूध पित्तशामक होता है |
४)    देशी गाय के दूध में देशी घी मिला के पीने से मेधाशक्ति बढ़ती है |

क्या न करें
१)    फल, तुलसी, अदरक, लहसुन, खट्टे एवं नमकयुक्त पदार्थों के साथ दूध का सेवन नहीं करना चाहिए |
२)    नया बुखार, मंदाग्नि, कृमिरोग, त्वचारोग, दस्त, कफ के रोग आदि में दूध का सेवन न करें |
३)    दूध को ज्यादा उबालने से वह पचने में भारी हो जाता है |
४)    बासी, खट्टा, खराब स्वादवाला, फटा हुआ एवं खटाई पड़ा हुआ दूध भूल के भी नहीं पीना चाहिए |

ऋषिप्रसाद – अगस्त २०१८ से

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