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Saturday, December 5, 2020

प्यास व भूख लगने पर

 

प्यास लगे तो जल पिये, भूख भोजन खाये |

भ्रमण करे नित भोर में, ता घर वैद्य न जायें ||

जो सदा प्यास लगने पर ही पानी पीता है, भूख लगने पर ही भोजन करता है और नियमितरुप से प्रात:काल में भ्रमण करता है, उसके घर वैद्य नहीं जाते अर्थात वह स्वस्थ्य रहता है |

ऋषिप्रसाद – दिसम्बर २०२० से

 

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