२५ दिसम्बर : श्रीमदभगवदगीता
जयंती, मोक्षदा एकादशी ( पापहारी तथा कामनापूरक व्रत | इसके पुण्यदान से नीच
योनि में पड़े पितरों को सदगति – प्राप्ति | माहात्म्य पढने-सुनने से वाजपेय यज्ञ का
फल |), तुलसी पूजन दिवस ( इस अवसर पर तुलसी
का पूजन, परिक्रमा आदि करें तथा उसके समीप जप, पाठ, कीर्तन, सत्संग-श्रवण
करके भगवद-विश्रांति पाये | विस्तृत जानकारी हेतु पढ़ें आश्रम से प्रकाशित पुस्तक ‘तुलसी
रहस्य’ |)
३१ दिसम्बर : गुरुपुष्यामृत
योग ( रात्रि ७: ४९ से १ जनवरी सूर्योदय तक )
६ जनवरी : बुधवारी
अष्टमी ( सूर्योदय से रात्रि २:०७ तक )
९ जनवरी : सफल
एकादशी (सर्व कार्य सफल करनेवाला एवं सुख, भोग व मोक्ष प्रदायक व्रत )
१४ जनवरी : मकर
संक्रांति ( पुण्यकाल : सुबह ८:१६ से शाम ४:१६ तक )
२० जनवरी : बुधवारी
अष्टमी ( दोपहर १:१६ से २१ जनवरी सूर्योदय तक )
२४ जनवरी : पुत्रदा
एकादशी ( पुत्र की इच्छा से इसका व्रत करनेवाला पुत्र पाकर स्वर्ग का अधिकारी भी
हो जाता है |)
ऋषिप्रसाद
– दिसम्बर २०२० से
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